रांची: चुनाव एक महायज्ञ है, जिसमें एक वोट की आहुति देकर सरकार को चुनते हैं. बदलते वक्त के साथ वोटिंग का तरीका भी बदला है. पहले बैलेट पेपर से वोटिंग होती थी, अब ईवीएम के जरिए मतदान होता है. वोटिंग करने से पहले वोटर लिस्ट में अपने नाम की जांच कर लें. लिस्ट देखने बाद सही पोलिंग बूथ पर जाएं. याद रखें कि मतदान केंद्र पर मोबाइल, कैमरा और ऐसे दूसरे गैजेट अपने साथ नहीं ले जाएं. पोलिंग बूथ जाते वक्त वोटर स्लिप के साथ-साथ आयोग द्वारा मान्य 12 पहचान पत्र में से कोई भी एक जरूर रखें.
मान्य 12 पहचान पत्र
जो 12 पहचान पत्र मान्य हैं वो हैं. मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट, ड्राईविंग लाइसेंस, केंद्र राज्य पीएसयू या पब्लिक लिमिटेड कंपनी का कर्मचारी पहचान पत्र, बैंक पासबुक, पैन कार्ड, मनरेगा कार्ड, श्रम मंत्रालय द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, पेंशन प्रमाण पत्र, आधिकारिक पहचान पत्र और आधार कार्ड. उपलब्ध दस्तावेज के साथ पोलिंग बूथ पर पहुंचने के बाद कतार में खड़े हो जाएं. अपनी बारी आने की प्रतीक्षा करें.
स्याही की प्रक्रिया
अंदर जाने पर जो पहला पोलिंग ऑफिसर मिलेगा वो वोटर लिस्ट और पहचान पत्र में आपका नाम चेक करेगा. इसके बाद दूसरा पोलिंग ऑफिसर आपकी अंगुली पर स्याही लगाएगा और आपको एक चिट देगा. जिसे लेकर आप तीसरे पोलिंग ऑफिसर के पास जाएंगे. तीसरा पोलिंग ऑफिसर आपसे चिट ले लेगा और आपके अंगुली की जांच करेगा. तीसरे पोलिंग ऑफिसर के पास जांच होने के बाद ईवीएम के पास जाएं. फिर अपने पसंदीदा प्रत्याशी के चुनाव चिन्ह के बगल वाले बटन को दबाएं. आपको एक बीप की आवाज सुनाई देगी.
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बीप साउंड के बजते ही आपका मतदान पूरा जाएगा. इसी के साथ वीवीपैट मशीन के पारदर्शी विंडो में आप यह चेक कर सकते हैं कि आपने किसे वोट डाला है. स्लिप में प्रत्याशी का नाम, सीरियल नंबर और चुनाव चिन्ह 7 सेकेंड के लिए दिखेगा. इसके बाद वो वीवीपैट के सील बक्से में गिर जाएगा. मतदान करना बेहद आसान है. आप भी मतदान जरूर करें और जिम्मेदार नागरिक कहलाएं.