रांची: चान्हो में किसान द्वारा कथित आत्महत्या के मामले में झामुमो ने सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया है. पार्टी ने सीधे तौर पर कहा कि सरकार आत्महत्या के मामले को एक्सीडेंट बताकर अपना पल्ला झाड़ना चाह रही है.
जेएमएम के विनोद पांडे ने कहा कि हैरत की बात यह है कि जिला प्रशासन ने अपनी सफाई में किसान की मौत पर सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह पिठोरिया के किसान को आदतन शराबी बताया गया, वैसी ही तैयारी चान्हो के किसान आत्महत्या मामले के लिए की जा रही है.
सूत्रों से पता चला कि चान्हो के पतरातू गांव में लखन महतो नामक किसान ने कथित तौर पर उसी कुएं में कूदकर जान दे दी, जिसका निर्माण उसने मनरेगा के तहत किया था. महतो को कुआं निर्माण की राशि भी नहीं मिली थी.
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता विनोद पांडे ने कहा कि अब तक राज्य में 2 दर्जन से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार इसे मानने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार इन घटनाओं को एक्सीडेंट बता कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रही है. उन्होंने कहा कि इसी पैटर्न पर सरकार आत्महत्या के मामले को डील कर रही है. इस घटना को लेकर पार्टी मुख्यमंत्री का पुतला दहन करेगी.
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बताया गया कि मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष और झामुमो के कार्यवाहक अध्यक्ष हेमंत सोरेन पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी का मूल मकसद है कि परिवार को मुआवजे की राशि मिले और ऐसी घटना की पुनरावृत्ति राज्य में नहीं हो.