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JMM ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना, कहा- आजादी के बाद कई वैक्सीन रहीं फ्री लेकिन कोरोना वैक्सीन के लग रहे पैसे - JMM criticizes central government

जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपानीत केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से लगातार झारखंड को ठगा जा रहा है. इस विपत्ति काल में भी केंद्र सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है. झारखंड को साढ़े चार करोड़ वैक्सीन की आवश्यकता है. मांग भी की गई है. लेकिन 1 मार्च से अभी तक 29 लाख 83 हजार 500 डोज ही झारखंड को मिली.

JMM said that central government is not giving corona vaccines as per demand in Jharkhand
आजादी के बाद कई वैक्सीन फ्री लेकिन कोरोना वैक्सीन के लग रहे पैसे
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Published : May 8, 2021, 7:45 PM IST

रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस कर सीएम हेमंत सोरेन के प्रधानमंत्री को लेकर किए गए ट्वीट पर सफाई दी है. इस दौरान केंद्र सरकार पर भी उन्होंने जमकर निशाना साधा है.

ये भी पढ़ें- रांची: ऑक्सीजन संकट पर झारखंड हाईकोर्ट का अहम फैसला, कोरोना मरीजों के लिए रिलीज होंगे जब्त किए गए सिलिंडर

दरअसल, जब से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से प्रधानमंत्री के साथ फोन पर बातचीत को लेकर ट्वीट किया गया है. तब से आम लोगों के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियों की ओर से भी छींटाकशी की जा रही है. इसे लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि झारखंड के सांसद केंद्रीय स्तर पर जब झारखंड की समस्याओं को नहीं उठाएंगे तो किसी को तो आगे आना ही होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास जब राज्य सरकार समस्याएं रखती है, तो प्रधानमंत्री वाकई में मन की बात ही करते हैं. जो बातें उन्हें करनी चाहिए वह नहीं करते हैं. यहां तक कि एनडीए के सांसद भी जो झारखंड से जीतकर दिल्ली तक पहुंचे हैं, वह भी इस राज्य की परेशानियों को केंद्र तक नहीं पंहुचाते. उन्होंने कहा कि यहां के सांसद दिल्ली में सिर्फ डफली बजाते हैं.

झारखंड की ओर नहीं है केंद्र सरकार का ध्यान

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से लगातार झारखंड को ठगा जा रहा है. इस विपत्ति काल में भी केंद्र सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है. झारखंड को साढ़े चार करोड़ वैक्सीन की आवश्यकता है. मांग भी की गई है. लेकिन 1 मार्च से अभी तक 29 लाख 83 हजार 500 डोज ही झारखंड को मिली. रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत 4,28,500 है, लेकिन 29,524 ही इंजेक्शन झारखंड को मुहैया कराया गया है. जीवन रक्षक दवाएं भी केंद्र सरकार की ओर से नहीं मुहैया कराई जा रहीं हैं. इससे लगातार झारखंड की स्थिति और भयावह हो रही है. 5000 वेंटिलेटर की जगह मात्र 300 वेंटिलेटर दिए गए.

आजादी के बाद कई वैक्सीन फ्री, लेकिन इस वैक्सीन के लग रहे पैसे

आजादी के बाद पोलियो जैसी वैक्सीन तक फ्री में मिल रही है, लेकिन महामारी के दौरान जो खेल चल रहा है वह किसी से छिपा नहीं है. केंद्र सरकार लगातार इस देश को गर्त में ले जा रही है. पीएम केयर्स फंड का पैसा कितना है इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है. न ही उसका ऑडिट हो सकता है और न कोई डिक्लेरेशन दिया जाता है. भारतीय जनता पार्टी लगातार बेवजह बयानबाजी करती है, लेकिन राज्य की परेशानियों को लेकर मुखर नहीं है.

सुप्रीम कोर्ट तक लगा चुकी है फटकार

सुप्रीम कोर्ट तक ने कहा कि केंद्र सरकार के हाथों से स्थिति निकल गई है. इसके बावजूद देश के प्रधानमंत्री बंगाल में स्टार प्रचारक बनकर घूम रहे थे. गृह मंत्री स्टार प्रचारक थे. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 18 वर्ष के ऊपर के लोगों को झारखंड में वैक्सीनेशन देने की क्षमता ही नहीं है, क्योंकि दूसरी डोज के लिए भी लोगों को लौटाया जा रहा है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि वैक्सीनेशन की कितनी कमी झारखंड को है.

रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस कर सीएम हेमंत सोरेन के प्रधानमंत्री को लेकर किए गए ट्वीट पर सफाई दी है. इस दौरान केंद्र सरकार पर भी उन्होंने जमकर निशाना साधा है.

ये भी पढ़ें- रांची: ऑक्सीजन संकट पर झारखंड हाईकोर्ट का अहम फैसला, कोरोना मरीजों के लिए रिलीज होंगे जब्त किए गए सिलिंडर

दरअसल, जब से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से प्रधानमंत्री के साथ फोन पर बातचीत को लेकर ट्वीट किया गया है. तब से आम लोगों के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियों की ओर से भी छींटाकशी की जा रही है. इसे लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि झारखंड के सांसद केंद्रीय स्तर पर जब झारखंड की समस्याओं को नहीं उठाएंगे तो किसी को तो आगे आना ही होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास जब राज्य सरकार समस्याएं रखती है, तो प्रधानमंत्री वाकई में मन की बात ही करते हैं. जो बातें उन्हें करनी चाहिए वह नहीं करते हैं. यहां तक कि एनडीए के सांसद भी जो झारखंड से जीतकर दिल्ली तक पहुंचे हैं, वह भी इस राज्य की परेशानियों को केंद्र तक नहीं पंहुचाते. उन्होंने कहा कि यहां के सांसद दिल्ली में सिर्फ डफली बजाते हैं.

झारखंड की ओर नहीं है केंद्र सरकार का ध्यान

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से लगातार झारखंड को ठगा जा रहा है. इस विपत्ति काल में भी केंद्र सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है. झारखंड को साढ़े चार करोड़ वैक्सीन की आवश्यकता है. मांग भी की गई है. लेकिन 1 मार्च से अभी तक 29 लाख 83 हजार 500 डोज ही झारखंड को मिली. रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत 4,28,500 है, लेकिन 29,524 ही इंजेक्शन झारखंड को मुहैया कराया गया है. जीवन रक्षक दवाएं भी केंद्र सरकार की ओर से नहीं मुहैया कराई जा रहीं हैं. इससे लगातार झारखंड की स्थिति और भयावह हो रही है. 5000 वेंटिलेटर की जगह मात्र 300 वेंटिलेटर दिए गए.

आजादी के बाद कई वैक्सीन फ्री, लेकिन इस वैक्सीन के लग रहे पैसे

आजादी के बाद पोलियो जैसी वैक्सीन तक फ्री में मिल रही है, लेकिन महामारी के दौरान जो खेल चल रहा है वह किसी से छिपा नहीं है. केंद्र सरकार लगातार इस देश को गर्त में ले जा रही है. पीएम केयर्स फंड का पैसा कितना है इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है. न ही उसका ऑडिट हो सकता है और न कोई डिक्लेरेशन दिया जाता है. भारतीय जनता पार्टी लगातार बेवजह बयानबाजी करती है, लेकिन राज्य की परेशानियों को लेकर मुखर नहीं है.

सुप्रीम कोर्ट तक लगा चुकी है फटकार

सुप्रीम कोर्ट तक ने कहा कि केंद्र सरकार के हाथों से स्थिति निकल गई है. इसके बावजूद देश के प्रधानमंत्री बंगाल में स्टार प्रचारक बनकर घूम रहे थे. गृह मंत्री स्टार प्रचारक थे. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 18 वर्ष के ऊपर के लोगों को झारखंड में वैक्सीनेशन देने की क्षमता ही नहीं है, क्योंकि दूसरी डोज के लिए भी लोगों को लौटाया जा रहा है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि वैक्सीनेशन की कितनी कमी झारखंड को है.

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