रांची: प्रदेश में भले ही विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई लेकिन राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गया है. एक तरफ जहां सत्तारूढ़ बीजेपी उपलब्धियां गिनाने में लगी है तो वहीं विपक्ष कथित विफलता को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी को घेरने की कवायद में जुटा है.
'हमने दी पूर्ण बहुमत की सरकार'
सत्तारूढ़ बीजेपी के नेता दावा करते हैं कि 2014 में विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी ने जो वादा किया उसे हर स्तर पर पूरा किया है. बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर कहते हैं कि बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिला है. कौशल विकास की बात करें तो उसमें युवा दक्ष हुए हैं. इतना ही नहीं सबसे बड़ी उपलब्धि राज्य में राजनीतिक स्थिरता वाली सरकार रही है.
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चुनाव में होगा बीजेपी को नुकसान-जेएमएम
प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि पिछले डेढ़ दशक से झारखंड राजनीतिक अस्थिरता का दंश झेल रहा था. मौजूदा मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में पहली बार बहुमत की सरकार बनी और इसने अपना कार्यकाल पूरा किया. वहीं इस मुद्दे पर जेएमएम के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि आने वाला विधानसभा चुनाव बताएगा की बीजेपी चुनाव में कहां खड़ी होगी. उन्होंने कहा कि किसानों की आत्महत्या के बात हो या फिर राज्य के मंत्रियों के खिलाफ आरोप का, मामला कहीं भी सरकार मजबूत नहीं है.
'वादे पूरे नहीं कर पाई सरकार'
कांग्रेस के प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि मौजूदा सरकार नए लोगों से सिर्फ वादा किया है. कहीं भी वो वादे धरातल पर नहीं उतर पाए. दरअसल 2014 में बीजेपी ने जन संकल्प घोषणापत्र जारी किया था. जिसमें राज्य में एक राज स्थिर सरकार का वादा किया गया था साथ ही कौशल विकास रोजगार स्वास्थ्य समेत अन्य सेक्टर में सुधार के वादे किए गए थे.