रांचीः प्रदेश में सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने शनिवार को बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. पार्टी ने साफ तौर पर कहा कि राज्य की पूर्ववर्ती 'बेदाग' और 'डबल इंजन' वाली सरकार के कार्यकाल में जमकर जमीन के घोटाले किए गए हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुंडू इलाके के दो जमीनों की रजिस्ट्री का उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ ऐसे उदाहरण भी हैं, जिनमें आदिवासी जमीन तक बेच दी गई है. भट्टाचार्य ने कहा के हैरत की बात यह है कि खरीददार बीजेपी के नेताओं के बेटे रहे.
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करोड़ की स्टांप ड्यूटी देकर यूपी के खरीददार ने ली जमीन
वहीं, दूसरी जमीन उत्तर प्रदेश के रहने वाले राहुल कुमार के नाम रजिस्ट्री की गई. भट्टाचार्य ने कहा कि दूसरी रजिस्ट्री में 714.92 एकड़ आदिवासी रैयत की जमीन है और 513 एकड़ गैरमजरूआ जमीन. भट्टाचार्य ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुए जमीन के घोटालों की फेहरिस्त काफी लंबी है. यह दोनों तो केवल एक बानगी हैं. उन्होंने कहा कि स्टांप ड्यूटी के रूप में एक जमीन के लिए जहां 1.26 करोड़ से अधिक की कीमत अदा की गई है. वहीं दूसरी जमीन की स्टांप ड्यूटी की कीमत 23.56 लाख से भी अधिक है. उन्होंने कहा कि इन सभी जमीनों के डीड की निष्पक्ष जांच की जाएगी. मौजूदा सरकार में किसी को लूट की छूट नहीं मिलेगी.
गोड्डा सांसद ने खोया मानसिक संतुलन
वहीं, गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हैरत की बात यह है कि एक तरफ दुबे केंद्र सरकार से जांच की मांग करते हैं. वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार से भी वही मांग दोहराते हैं. भट्टाचार्य ने कहा कि सांसद को खुद बताना चाहिए कि कोलकाता में इतनी बड़ी इमारत में किसका पैसा लगा है. उन्होंने कहा कि जब आरोप लगा रहे हैं, तो उन्हें चीजें क्लियर कर देनी चाहिए. वहीं भट्टाचार्य ने श्रावणी मेला के नाम पर अनर्गल प्रचार करने का भी सांसद पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा एक तरफ जहां अनुष्ठान आयोजित नहीं किए जा रहे हैं, साथ ही देवघर और दुमका से आकर धर्म आचार्यों ने भी मेला नहीं करने की सलाह दी है. ऐसी स्थिति में बीजेपी सांसद अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट तक ने स्पष्ट कर दिया कि मेला आयोजित करना सही नहीं होगा. उन्होंने कहा कि दरअसल बीजेपी सांसद मानसिक संतुलन खो चुके हैं और ऐसी स्थिति में उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं.