रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने झारखंड सरकार के बजट को जन अकांक्षाओं के अनुरूप बताया है. उन्होंने कहा कि बजट राज्य के लोगों के हित में है. बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है. लेकिन, बजट पेश करन के दौरान सदन में भाजपा ने जिस तरह का आचरण किया वह संसदीय परंपरा के खिलाफ है. संसदीय इतिहास में इसे काला दिन कहा जाएगा. विपक्ष का आसन की तरफ पीठ दिखाकर बैठना और सीटी बजाना संसदीय असभ्यता की पराकाष्ठा है. इतना असभ्य विपक्ष आज तक नहीं दिखा. भाजपा विधायक ने संसदीय पारंपरा को तार-तार किया है.
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लोगों की जरूरतों को पूरा करने वाला बजट
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह बजट लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने वाला है. इस बजट में ऐसी कई क्रांतिकारी योजना शुरू की गई जो आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा. राज्य सरकार को जिस हाल में खजाना मिला था उसके मुताबिक यह बजट ऐतिहासिक है. इसमें रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, पेयजल के साथ-साथ रोटी, कपड़ा और मकान पर जोर दिया गया है. झामुमो ने अपने वादे पूरे करने की दिशा में पहला कदम रख दिया है.
आम लोगों के लिए पेश किया गया पहला बजट
झामुमो महासचिव ने कहा कि पिछले पांच साल का बजट ठेकेदारों के लिए बनता था. यह पहला बजट है जो आम लोगों के लिए पेश किया गया है. किसानों के हित को ध्यान में रखकर चैंबर ऑफ फार्मर्स के गठन की बात की गई है. शिबू सोरेन की महत्वकांक्षी सोच थी कि राज्य का गरीब भूखा नहीं सोये. आज हेमंत सोरेन की सरकार ने इस बजट में गुरुजी किचन चालू करने की घोषणा कर गुरुजी को बड़ा सम्मान दिया है.