रांचीः रेमडेसिविर की कालाबाजारी की जांच के बिंदु पर गुरुवार को झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान एसआईटी की ओर से अदालत में रिपोर्ट पेश की गई. एसआईटी के जवाब पर हाईकोर्ट ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि किसे बचाने के लिए जांच की दिशा बदली जा रही है. जान-बूझकर जांच की दिशा को मोड़ा जा रहा है. अदालत ने जांच टीम को निर्देश दिया कि अपडेट जांच रिपोर्ट अदालत में प्रस्तुत करें.
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मुख्य न्यायाधीश डॉ. रवि रंजन और न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत में रेमडेसिविर की कालाबाजारी की जांच के बिंदु पर सुनवाई हुई. न्यायाधीश अपने आवासीय कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मामले की सुनवाई की. वहीं, याचिकाकर्ता के अधिवक्ता और सरकार के अधिवक्ता अपने-अपने आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपना पक्ष रखा.
अदालत ने की गंभीर टिप्पणी
अदालत ने मामले में एसआईटी की ओर से सौंपे गए जवाब पर असंतुष्टि व्यक्त करते हुए मौखिक रूप से कई गंभीर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि किसे बचाने के लिए जांच की दिशा बदला जा रहा है. जांच की दिशा बदल कर बड़े आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है.
हाई कोर्ट ने स्वतः लिया था संज्ञान
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान रेमडेसिविर दवा की खूब कालाबाजारी हुई थी. इस कालाबाजारी के आरोप में रांची पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया. इसके बाद सीआईडी ने मामले की जांच शुरू की. रेमडेसिविर कालाबाजारी मामला तूल पकड़ा, तो हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया, जिसपर याचिका दायर कर सुनवाई की, जिसपर अदालत ने मामले की जांच का आदेश दिया था. अदालत के निर्देश पर एसआईटी मामले की जांच कर रही है.