रांची: झारखंड में कोरोना जांच के लिए महत्वपूर्ण जिनोम सीक्वेंसिंग मशीन की खरीद पर राज्य सरकार के जवाब पर झारखंड हाईकोर्ट ने काफी नाराजगी व्यक्त की है. हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार मशीन खरीद में ढुलमुल रवैया अपना रही है. कोर्ट ने कहा कि झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर लगभग आ चुकी है अब सरकार किस आस में बैठी हुई है? जब लोग मरने लगेंगे तब मशीन की खरीद होगी.
झारखंड हाईकोर्ट ने झारखंड में कोरोना को देखते हुए जिनोम सीक्वेंसिंग मशीन खरीद में देरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सरकार पर सख्त टिप्पणी की है. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि सरकार जिनोम सीक्वेंसिंग मशीन की खरीद पर ढुलमुल रवैया अपना रही है. अदालत ने कहा कि झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. अब सरकार किस आस में बैठी हुई है? जब लोग मरने लगेंगे तब मशीन की खरीद होगी. अदालत ने 2 सप्ताह का समय देते हुए मशीन खरीदकर लगाने और कोर्ट को अवगत कराने का निर्देश दिया है.
झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत में इस मामले पर सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान रिम्स और सरकार की ओर से अदालत को शपथ पत्र के माध्यम से बताया गया कि मशीन खरीद की प्रक्रिया चल रही है. शीघ्र खरीद हो जाएगी जिस पर अदालत ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि अदालत के आदेश के बावजूद भी आप लोग आजकल-आजकल कर रहे हैं और जवाब में गोइंग ऑन-गोइंग ऑन लिखा जा रहा है. अब किस आस में बैठी है सरकार? तीसरी लहर आ गई. ओमीक्रोन से लोग मरने लगेंगे, तबाही फैलती रहेगी उसके बाद मशीन खरीद किया जाएगा?
रिम्स की लचर व्यवस्था को ठीक करने के मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया गया है. उसी मामले पर सुनवाई के दौरान पूर्व में रिम्स में जांच की अत्याधुनिक मशीन खरीदने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अभी तक खरीद नहीं किया गया है जिस पर अदालत ने नाराजगी व्यक्त की है.