रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. जिसमें उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से अखाड़ा के संत महंत नरेंद्र गिरि महाराज के असामयिक निधन पर शोक जताया है. साथ ही उनकी मृत्यु पर चिंता व्यक्त की है.
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इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर भी कई गंभीर आरोप लगाए. सरना धर्म कोड को लेकर ओछी राजनीति करने का आरोप भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर लगाया. प्रेस वार्ता में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जनसंख्या नियंत्रण कानून और सरना धर्म कोड को लेकर झारखंड सरकार की ओर से एक प्रस्ताव तैयार किया गया है.
सदन की राय से सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था. सरना धर्म और जातीय जनगणना को लेकर राज्य का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मिलना चाहता था. लेकिन इस मामले को लेकर केंद्रीय स्तर पर गृह मंत्री से मिलने का समय दिया गया है. जिसे लेकर झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भाजपा पर झारखंड को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष ने एक राय जाहिर की है कि दिल्ली में गृह मंत्री से हम मुलाकात नहीं करेंगे. भारतीय जनता पार्टी ने धर्म से धर्म को लड़ाने का काम किया है, वो हमेशा धर्म की ही राजनीति करती रही है. उन्होंने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि सरना धर्म को लेकर इस राज्य में कुछ नहीं होने देना चाहती है, बीजेपी हमेशा से आदिवासी विरोधी रही है और उसी सोच के साथ उनकी पार्टी खड़ी है. पूर्वी भारत के चार आदिवासी बहुल स्टेट और वहां के लोगों की आवाज दबाने की कोशिश बीजेपी करती रही है.
राज्य सरकार की तारीफ
जेएमएम केंद्रीय महासचिव ने बताया कि इस सरकार ने आदिवासी बच्चों को विदेशों में पढ़ाने की योजना बनाई है. इस सरकार की तत्परता ने 6 माह के अंदर 6 बच्चों को विदेश पढ़ने भेजने की पहल कर दी है, जो यह बताता है कि इस सरकार की योग्यता और कटिबद्धता अतुलनीय है. हेमंत सरकार ने बेहतर काम किया है.
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सुप्रियो ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने ही आदिवासी मंत्रालय का गठन किया था, लेकिन भाजपा के नेताओं ने खासकर रघुवर शासन काल में आदिवासियों के हित की योजनाओं को ही बंद कर दिया गया. इस दौरान सुप्रियो ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा घोषणा करती है लेकिन जेएमएम काम करती है.
भाजपा के 16 सांसद झारखंड को लेकर नहीं है गंभीर
भाजपा के नेता और सांसद झारखंड को लेकर गंभीर नहीं हैं. भाजपा के 12 लोकसभा सांसद और 2 राज्यसभा सांसद भी झारखंड से लगाव नहीं रखते हैं. इस राज्य के भाजपा नेताओं को ना तो सरना से लगाव है और ना ही यहां की माटी से. ओबीसी आरक्षण भी भाजपा का दिखावा है, संसद में बैठकर देश को बेचा जा रहा है. सुप्रियो ने कहा कि भाजपा के लोगों के खिलाफ बोलते-बोलते थक चुका हूं, पर भाजपा के लोग इतना झूठ बोलते है कि बोलना पड़ता है.