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मोदी सरकार ने खेल बजट कम कर खिलाड़ियों को किया हतोत्साहित, झारखंड में मिल रहा प्रोत्साहन: कांग्रेस

तोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) खत्म होने के बाद भारत में खेल और खिलाड़ियों को लेकर चर्चा हो रही है. इसे लेकर झारखंड कांग्रेस (Jharkhand Congress) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि केंद्र की एनडीए सरकार (NDA government) ने खेल बजट कम कर खिलाड़ियों को हतोत्साहित किया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि खेल बजट कम कर दिए जाने के बाद कई खिलाड़ियों को खेल की समुचित व्यवस्था नहीं मिल पा रही है.

Modi government discouraged players
Modi government discouraged players
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Published : Aug 11, 2021, 5:38 PM IST

Updated : Aug 11, 2021, 6:04 PM IST

रांची: टोक्यो ओलंपिक गेम्स 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारत ने अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है. इस साल भारत ने अब तक कुल सात पदक अपने नाम किया है. झारखंड खेल के मामले में देश के कई प्रदेशों से काफी अच्छा है. झारखंड में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है. लेकिन इन खिलाड़ियों को सही मायने में प्रोत्साहन नहीं मिल पा रहा है. झारखंड की सत्ता में शामिल कांग्रेस पार्टी इसके लिए केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) को जिम्मेदार ठहराती है. जबकि कांग्रेस का कहना है कि गठबंधन सरकार द्वारा लगातार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठा रही है.

ये भी पढ़ें: टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेकर रांची लौटी सलीमा और निक्की, एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत

केंद्र सरकार ने घटाया खेल बजट

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है. लेकिन दुर्भाग्य है कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में केंद्र में चल रही भारतीय जनता पार्टी कि सरकार ने खेल बजट को घटा दिया जिसकी वजह से खिलाड़ियों को समुचित व्यवस्था नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार में खेल बजट को बढ़ाया गया था. ताकि खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारा जा सके. लेकिन केंद्र सरकार के इस रवैये की वजह से ऊर्जावान खिलाड़ियों को निराशा हाथ लग रही है.

देखें वीडियो

झारखंड सरकार कर रही खिलाड़ियों को प्रोत्साहित
राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड की गठबंधन सरकार लगातार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही है. यही वजह है कि टोक्यो में बेहतर प्रदर्शन करने वाली झारखंड की हॉकी प्लेयर्स को सरकार की ओर से 50-50 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई जो एक सराहनीय पहल है. इसके साथ ही गठबंधन सरकार में लगातार खिलाड़ियों को नौकरी दी जा रही है ताकि उनका प्रोत्साहन हो सके और वह बेहतर तरीके से अपनी प्रतिभा को निखार सकें. सिन्हा ने कहा कि सरकार लगातार खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है और जिन योजनाओं से खिलाड़ियों का प्रोत्साहन हो सकेगा उसको जमीनी स्तर पर लाने का भी काम करेगी.

ये भी पढ़ें: नीरज चोपड़ा की भाला फेंकने की आकृति को सोने में उकेरा

खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने की सरकार लगातार कर रही कोशिश

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि झारखंड राज्य में खेलों का अंतराष्ट्रीय पैमाना बनाने और खिलाड़ियों के हुनर को निखारने और बढ़ावा देने का सरकार लगातार प्रयास कर रही है. खेल और खिलाड़ियों के लिए लगातार नई कड़ी जोड़ी जा रही है. कोरोना महामारी और अन्य चुनौतियों के बीच खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने की दिशा में खेल विभाग लगातार सक्रिय है. उन्होंने कहा कि इस दिशा में राज्य गठन के बाद पहली बार खेल पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है. इसके अलावा खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति की जा रही है. उन्हें उनके बेहतर प्रदर्शन लिए पुरस्कृत किया जा रहा है. इसके अलावा पंचायतों में खेल मैदान, एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम और फुटबॉल मैदान विकसित किए जा रहे हैं. खिलाड़ियों को सुविधाएं देने के लिए सरकर बढ़ चढ़ कर काम कर रही है.

टोक्यो ओलंपिक में भारत का अबतक का बेस्ट परफॉर्मेंस

टोक्यों में खत्म हुए ओलंपिक के बाद भारत में खेलों के बारे में काफी बातें हो रही है. सरकार पर खेल और खिलाड़ियों को तवज्जो नहीं देने की बात कही जा रही है. इस बार ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत को 13 साल बाद दूसरा गोल्ड मिला. बीजिंग ओलंपिक 2008 में पहली बार स्वर्ण पदक जीतने का कारनामा दिग्गज शूटर अभिनव बिंद्रा ने किया था. हालांकि ये ओलंपिक भारत के लिए अबतक का सबसे अच्छा ओलंपिक साबित हुआ है इसमें भारत ने पहली बार एथलेटिक्स में गोल्ड जीता है साथ ही भारत ने 2012 लंदन ओलंपिक को पीछे छोड़ते हुए टोक्यो ओलंपिक में सात पदक अपने नाम किए हैं. इससे पहले लंदन में भारत के नाम कुल छह पदक थे.

रांची: टोक्यो ओलंपिक गेम्स 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारत ने अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है. इस साल भारत ने अब तक कुल सात पदक अपने नाम किया है. झारखंड खेल के मामले में देश के कई प्रदेशों से काफी अच्छा है. झारखंड में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है. लेकिन इन खिलाड़ियों को सही मायने में प्रोत्साहन नहीं मिल पा रहा है. झारखंड की सत्ता में शामिल कांग्रेस पार्टी इसके लिए केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) को जिम्मेदार ठहराती है. जबकि कांग्रेस का कहना है कि गठबंधन सरकार द्वारा लगातार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठा रही है.

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केंद्र सरकार ने घटाया खेल बजट

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है. लेकिन दुर्भाग्य है कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में केंद्र में चल रही भारतीय जनता पार्टी कि सरकार ने खेल बजट को घटा दिया जिसकी वजह से खिलाड़ियों को समुचित व्यवस्था नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार में खेल बजट को बढ़ाया गया था. ताकि खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारा जा सके. लेकिन केंद्र सरकार के इस रवैये की वजह से ऊर्जावान खिलाड़ियों को निराशा हाथ लग रही है.

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झारखंड सरकार कर रही खिलाड़ियों को प्रोत्साहित
राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड की गठबंधन सरकार लगातार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही है. यही वजह है कि टोक्यो में बेहतर प्रदर्शन करने वाली झारखंड की हॉकी प्लेयर्स को सरकार की ओर से 50-50 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई जो एक सराहनीय पहल है. इसके साथ ही गठबंधन सरकार में लगातार खिलाड़ियों को नौकरी दी जा रही है ताकि उनका प्रोत्साहन हो सके और वह बेहतर तरीके से अपनी प्रतिभा को निखार सकें. सिन्हा ने कहा कि सरकार लगातार खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है और जिन योजनाओं से खिलाड़ियों का प्रोत्साहन हो सकेगा उसको जमीनी स्तर पर लाने का भी काम करेगी.

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खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने की सरकार लगातार कर रही कोशिश

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि झारखंड राज्य में खेलों का अंतराष्ट्रीय पैमाना बनाने और खिलाड़ियों के हुनर को निखारने और बढ़ावा देने का सरकार लगातार प्रयास कर रही है. खेल और खिलाड़ियों के लिए लगातार नई कड़ी जोड़ी जा रही है. कोरोना महामारी और अन्य चुनौतियों के बीच खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने की दिशा में खेल विभाग लगातार सक्रिय है. उन्होंने कहा कि इस दिशा में राज्य गठन के बाद पहली बार खेल पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है. इसके अलावा खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति की जा रही है. उन्हें उनके बेहतर प्रदर्शन लिए पुरस्कृत किया जा रहा है. इसके अलावा पंचायतों में खेल मैदान, एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम और फुटबॉल मैदान विकसित किए जा रहे हैं. खिलाड़ियों को सुविधाएं देने के लिए सरकर बढ़ चढ़ कर काम कर रही है.

टोक्यो ओलंपिक में भारत का अबतक का बेस्ट परफॉर्मेंस

टोक्यों में खत्म हुए ओलंपिक के बाद भारत में खेलों के बारे में काफी बातें हो रही है. सरकार पर खेल और खिलाड़ियों को तवज्जो नहीं देने की बात कही जा रही है. इस बार ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत को 13 साल बाद दूसरा गोल्ड मिला. बीजिंग ओलंपिक 2008 में पहली बार स्वर्ण पदक जीतने का कारनामा दिग्गज शूटर अभिनव बिंद्रा ने किया था. हालांकि ये ओलंपिक भारत के लिए अबतक का सबसे अच्छा ओलंपिक साबित हुआ है इसमें भारत ने पहली बार एथलेटिक्स में गोल्ड जीता है साथ ही भारत ने 2012 लंदन ओलंपिक को पीछे छोड़ते हुए टोक्यो ओलंपिक में सात पदक अपने नाम किए हैं. इससे पहले लंदन में भारत के नाम कुल छह पदक थे.

Last Updated : Aug 11, 2021, 6:04 PM IST
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