धनबादः झारखंड में दो चरणों में लगभग 50 हजार शिक्षकों की बहाली होगी. शिक्षक बहाली में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति (1932 Khatian Based domicile Policy) लागू नहीं होगा. बल्कि राज्य सरकार की मैट्रिक इंटर पास सिस्टम के तहत शिक्षक बहाली प्रक्रिया होगी. इसमें टेट पास अभ्यर्थियों को भी प्राथमिकता दी जायेगी. ये बातें गुरुवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कही.
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कतरास अंचल स्थित मध्य विद्यालय भटमुरना में एक ही कमरे में तीन कक्षाओं के बच्चों की पढ़ाई कराई जाती है. इसके साथ ही स्कूल में पीने के पानी और भवन की कमी है. इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने शिक्षा मंत्री से की थी. इस शिकायत में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो गुरुवार को मध्य विद्यालय भटमुरना पहुंचे. शिक्षा मंत्री ने विद्यालय के शिक्षक से बच्चों की संख्या, कक्षा और भवन की जानकारी ली. इसके साथ ही बच्चों की उपस्थिति पंजी और अन्य रजिस्टर की जांच भी की.
इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने स्कूल प्रबंधन की कार्यशैली की शिकायत मंत्री से की थी, जिसके बाद मंत्री ने जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार को जांच का आदेश दिया. वहीं, पानी और भवन की कमी को लेकर मंत्री ने डीसी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को जल्द से जल्द समस्या दूर करने का निर्देश मौके से दिए. स्कूल में जांच करने के बाद शिक्षा मंत्री कतरास जीएनएम दुर्गा पूजा पंडाल पहुंचे और मां दुर्गा का आशीर्वाद लिया. दुर्गापूजा समिति सदस्यों ने मंत्री को अंग वस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया. शिक्षा मंत्री ने कहा कि मध्य विद्यालय भटमुरना की शिकायत स्थानीय लोगो ने की थी. उन्होंने कहा कि स्कूल पहुंचकर जांच किया और डीसी को निर्देश दिया है कि सभी कमियों को निर्धारित समय में दूर करें.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 50 हजार शिक्षक बहाली दो चरणों में की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस बहाली में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू नहीं होगा. टेट पास अभ्यर्थियों को इस बहाली में प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने कुर्मी जाति को आदिवासी का दर्जा मामले में कहा कि पहले 1932 खतियान आधारित मामले को शांत कराना है. जेएमएम इसके लेकर कार्य कर रही है. उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी अपने चिंतन शिविर आदिवासी के हिमायती बनने का प्रदर्शन करती है, लेकिन हकीकत कुछ और है.