रांची: राज्य भर के मूल्यांकन केंद्रों पर मैट्रिक और इंटरमीडिएट की कॉपियों की जांच शुरू हो गई है. रांची के 13 मूल्यांकन केंद्र पर सुरक्षात्मक कदम उठाते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के तहत परीक्षक उत्तर पुस्तिकाओं की मूल्यांकन कर रहे हैं. रांची के जिला स्कूल, बाल कृष्णा समेत विभिन्न मूल्यांकन केंद्रों में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम शुरू कर दिया गया है. गुरुवार से राज्यभर में 51 केंद्रों पर 10 हजार परीक्षक कॉपियों की जांच में जुट गए हैं.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 11 फरवरी से 28 फरवरी तक संचालित की थी. कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण लॉकडाउन की वजह से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं हो पाया था, लेकिन जैसे ही लॉकडाउन में थोड़ी ढील मिली. गुरुवार से उत्तर पुस्तिकाओं की मूल्यांकन की शुरुआत कर दी गई. शिक्षा विभाग और जैक के निर्देशानुसार तमाम मूल्यांकन केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए कोरोना वायरस को लेकर जारी सुरक्षात्मक गाइडलाइन के तहत काम किया जा रहा है.
6 लाख से अधिक कॉपियों की जांच
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में 6,21,384 परीक्षार्थी इन दोनों परीक्षाओं में शामिल हुए थे. मैट्रिक में 3 लाख 87 हजार 21 परीक्षार्थियों की संख्या है. तो वहीं इंटर में 2,34,363 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए थे. इन तमाम परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बाद जारी कर दी जाएगी. जैक ने संभावना जताया गया है कि जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के प्रथम सप्ताह तक विद्यार्थियों तक परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाएगा.
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फिलहाल एक टारगेट के तहत तमाम उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है. रांची में कुल 13 मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपियों की जांच हो रही है. जहां सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए परीक्षकों को बैठाया गया है. साथ ही सुरक्षात्मक एहतिहातन तमाम तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. साफ-सफाई का ख्याल रखा गया है और समय-समय पर परीक्षक अपने हाथों को सेनेटाइज कर रहे हैं. वहीं मूल्यांकन केंद्रों पर तमाम परीक्षकों की स्क्रीनिंग भी की जा रही है.
इस बार निगरानी रखने के लिए परीक्षा केंद्रों पर वेबकास्ट संयंत्र का उपयोग किया जा रहा है. परीक्षकों को हॉल के अंदर बातचीत करना मना है और इसकी मॉनिटरिंग जैक के कंट्रोल रूम से किया जा रहा है.
ना केंद्र सेनेटाइज हुआ और ना ही पुलिस बल तैनात
स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर ही मूल्यांकन केंद्रों को सैनिटाइज किया है और साफ-सफाई की भी व्यवस्था मुकम्मल की है. नगर निगम की टीम की कोई सहायता रांची के मूल्यांकन केंद्रों पर नहीं मिली है. वहीं मूल्यांकन केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट के अलावे पुलिस बल की तैनाती भी नहीं दिखी. जबकि इसे लेकर शिक्षा सचिव के अलावे मुख्य सचिव स्तर पर भी गाइडलाइन जारी किया गया है.