रांची: कोरोना महामारी की वजह से पिछले दो साल मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं आयोजित नहीं हो सकी थी. परीक्षार्थियों को 9वीं और 11वीं बोर्ड परीक्षा के आधार पर इंटरनल एसेसमेंट से प्रमोट किया गया था. कोरोना महामारी के रफ्तार को कम होते देख, शिक्षा विभाग के निर्देश पर झारखंड एकडेमिक काउंसिल की ओर से 24 मार्च से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं दो पालियों में आयोजित की जा रहीं थीं, जो इंटरमीडिएट की परीक्षा के साथ ही संपन्न हो गईं.
इसे भी पढ़ें: क्लास 8th से 11th तक की फर्स्ट टर्म परीक्षाएं मई में होंगी, जानिए क्या है जैक की तैयारी
इससे पहले मैट्रिक की परीक्षा 20 अप्रैल को ही समाप्त हो चुकी है. इंटरमीडिएट परीक्षा आज (25 अप्रैल) को पोलिटिकल साइंस की परीक्षा के साथ संपन्न हो गई. कोरोना प्रोटोकॉल के तहत इस बार झारखंड एकडेमिक काउंसिल की ओर से 600 नए परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. मैट्रिक परीक्षार्थियों के लिए प्रदेश भर में 1256 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. इसी तरह से इंटर परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए राज्य भर में कुल 669 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. पहली बार प्रखंड स्तर पर भी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थी शामिल हुए.
इस बार राज्य में 1256 परीक्षा केंद्रों पर तीन लाख 99 हजार 10 छात्र छात्राओं ने मैट्रिक की परीक्षा दी. वहीं 680 परीक्षा केंद्रों पर दो लाख 81 हजार 436 छात्र-छात्राएं इंटर की परीक्षा दी. राजधानी रांची की बात करें तो मैट्रिक की परीक्षा में कुल 105 परीक्षा केंद्रों पर 34 हजार 896 परीक्षार्थी और इंटर की परीक्षा में 57 परीक्षा केंद्रों पर 33 हजार 293 परीक्षार्थी शामिल हुए.
30 जून तक जारी हो सकता है परिणाम: झारखंड एकडेमिक काउंसिल (Jharkahand Academic council) की ओर से सेशन को देखते हुए परीक्षा परिणाम 30 जून तक जारी करने की तैयारी की गई है. जैक की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक परीक्षार्थियों को हर हाल में 30 जून तक परीक्षा परिणाम देने की कोशिश की जाएगी. ताकि उच्च शिक्षा के लिए छात्र छात्राएं अच्छे संस्थानों के प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सके.