रांची: सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर को लेकर फिल्मी दुनिया के साथ-साथ खेल की दुनिया में भी शोक की लहर है. खेल की दुनिया में शोक इसलिए है क्योंकि सुशांत सिंह राजपूत ने ही धोनी के जीवन पर बनी फिल्म में किरदार निभाया था और इस फिल्म में रांची के नागेंद्र मिश्रा ने भी एक बॉलर की भूमिका निभाई थी. नागेंद्र मिश्रा से ईटीवी भारत की टीम ने खास बातचीत की है.
सुशांत के साथ फिल्म धोनी में किया था काम
झारखंड की राजधानी रांची से सुशांत सिंह राजपूत का लगाव हो गया था, क्योंकि वह खुद पटना के रहने वाले हैं और बिहार झारखंड में ज्यादा कोई अंतर नहीं है. जिस वक्त वह महेंद्र सिंह धोनी की लाइफ से जुड़ी मूवी में किरदार निभा रहे थे उस वक्त ऐसे कई खिलाड़ियों से भी उनकी जान पहचान रांची में हुई थी. नागेंद्र मिश्रा उन्हीं में से एक हैं जिन्होंने अपनी पुरानी यादें ताजा करते हुए सुशांत सिंह राजपूत के मौत को लेकर दुख जताया है.
ये भी पढ़ें- सुशांत राजपूत के निधन पर फिल्म जगत ने जताया शोक, पीएम बोले- स्तब्ध हूं
छोटे भाई की तरह ट्रीट करते थे सुशांत
ईटीवी भारत की टीम ने उनसे खास बातचीत की है. नागेंद्र मिश्रा ने ईटीवी भारत की टीम के साथ बातचीत के दौरान कहा कि सुशांत सिंह मिश्रा काफी मिलनसार इंसान रहे हैं. कभी भी महसूस ही नहीं हुआ कि वह कोई सेलिब्रिटी हैं. जब शूटिंग चल रही थी उस दौरान उन्होंने काफी सपोर्ट किया था. एक एक्टर की तरह कभी भी उन्होंने बर्ताव नहीं किया. एक छोटे भाई की तरह उन्होंने हमेशा ही ट्रीट किया.
दोनों में खूब जमती थी
नागेंद्र ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की खबर वाकई में चौंकाने वाली है. माही और सुशांत सिंह राजपूत की नेचर भी काफी हद तक मिलती-जुलती है. दोनों ही कुल अंदाज के हैं और कभी भी अपने आप को सेलिब्रिटी नहीं समझे. बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत जब रांची में थे उस दौरान नागेंद्र से वह फोन पर भी काफी बातचीत किया करते थे. नागेंद्र मिश्रा भी पटना के रहने वाले हैं और सुशांत सिंह राजपूत भी पटना के ही हैं. ऐसे में दोनों में खूब जमती भी थी.
ये भी पढ़ें- एक्टर सुशांत सिंह की मौत से स्तब्ध हैं लोग, रांची में की थी फिल्म धोनी की शूटिंग
भर आई आंखें
नागेंद्र मिश्रा एक क्रिकेटर हैं और रेलवे की ओर से वह क्रिकेट खेलते हैं. धोनी द अनटोल्ड फिल्म में उन्होंने एक बॉलर की भूमिका निभाई थी. सुशांत सिंह राजपूत यानी कि महेंद्र सिंह धोनी को उस फिल्म में उन्होंने गेंद फेंकी थी और उन यादों को ताजा करते वक्त नागेंद्र की आंखें भी भर आई. क्योंकि वह सुशांत को बड़े भइया कहकर बुलाता थे.