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Indian Railway: भारतीय रेल किराए में नहीं दे रही छूट, जानिए कब से मिलेगी ट्रेन में सीनियर सिटीजंस को रियायत

भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने कोरोना के शुरू होने के बाद से ही किराए में मिलने वाली छूट को खत्म कर दिया है. ट्रेन में सीनियर सिटीजंस को रियायत कब से मिलेगी इसकी जानकारी रेल मंत्री ने दी है.

senior citizen rail ticket concession
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Published : Dec 10, 2021, 4:18 PM IST

Updated : Dec 10, 2021, 10:03 PM IST

रांची: भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने कोरोना काल मे देश के करोड़ों सीनियर सिटीजंस को मिलने वाली रियायत (senior citizen rail ticket concession) खत्म कर दी. अब ट्रेन में सीनियर सिटीजंस को रियायत कब से मिलेगी फिलहाल इस बार में रांची रेल मंडल के कोई भी अधिकारी बोलने से बच रहे हैं. ट्रेन में रियायत खत्म होने से बुजुर्गों को बड़ा छटका लगा है. रांची रेल मंडल से यात्रा करने वाले हजारों सीनियर सिटीजन हैं जो रेलवे से काफी नाराज हैं. रेलवे मंत्रालय की ओर से वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन में सफर के दौरान किराए में छूट का लाभ नहीं मिल रहा है. इससे इन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि इस पूरे मामले को लेकर रेलवे के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.


सीनियर सिटीजंस को मिलने वाली रियायतें बंद
भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार अगर किसी महिला की उम्र 58 साल है और किसी पुरुष की उम्र 60 साल है तो उन्हें वरिष्ठ नागरिक की श्रेणी में रखा जाता है. ऐसे लोगों को सीनियर सिटीजन कोटे का फायदा मिलता है. इसमें महिला वरिष्ठ नागरिकों को मूल किराए में 50 फीसदी और पुरुष वरिष्ठ नागरिकों को मूल किराए में 40 फीसदी छूट दी जाती है. कोरोना काल से पहले तक राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी, दुरंतो समेत सभी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में पुरुषों को बेस फेयर में 40 फीसदी, जबकि महिलाओं को बेस फेयर में 50 फीसदी की छूट दी जा रही थी और इस रियायत में रेलवे मंत्रालय की ओर से अब कटौती कर ली गई है. सीनियर सिटीजन को रेलवे में सफर के दौरान कोई रियायत नहीं दी जा रही है. कोरोना महामारी के कारण मार्च के अंतिम सप्ताह में देश भर में लॉकडाउन लगाया गया था. इससे ठीक पहले 20 मार्च 2020 से अगले आदेश तक के लिए सीनियर सिटीजन को दी जाने वाली रियायत वापस ले ली गई.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें: धनबाद के इस स्टेशन पर भूतों का बसेरा! शाम ढलते ही आने लगती हैं अजीबोगरीब आवाजें

रेलवे की रिपोर्ट
रेल मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2019-20 में किराए में छूट से होने वाले नुकसान 2,059 करोड़ था और कोरोना के दौरान कई तरह की छूट निलंबित किए जाने से पिछले वित्त वर्ष में नुकसान घटकर 38 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. इसी नुकसान को देखते हुए रेलवे ने सीनियर सिटीजंस को दी जाने वाली रियायत को भी समाप्त कर दिया है. इससे एक बड़ा तबका प्रभावित है. रांची रेल मंडल से सफर करने वाले सीनियर सिटीजन रेलवे की इस डिसीजन से काफी खफा है. वे लगातार रेल यात्रा के दौरान सीनियर सिटीजन को रियायत देने की मांग कर रहे हैं.

नहीं मिलेगी रियायत
राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी यह स्पष्ट कहा है कि कोविड-19 के मद्देनजर सभी श्रेणियों के यात्रियों के लिए दी जाने वाली रियायत वापस ले ली गई है. उन्होंने सदन के एक जवाब में यह भी कहा है कि फिलहाल रियायतों को बहाल करने का कोई प्रस्ताव नहीं है. और इस मामले को लेकर हमने रांची रेल मंडल और दक्षिणी पूर्वी रेल मंडल के कई अधिकारियों से भी बातचीत करने की कोशिश की लेकिन इस मामले पर अधिकारियों ने कुछ भी कहने के लिए तैयर नहीं हैं. हालांकि एक अधिकारी ने यह जरूर कहा है कि फिलहाल रियायतें इन सीनियर सिटीजंस को नहीं मिलने वाली है. इसे लेकर रेलवे में कोई चर्चा नहीं है. जबकि इधर सीनियर सिटीजन लगातार रेल सफर के दौरान अपनी रियासतों को वापस लागू करने की मांग कर रहे हैं.

रांची: भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने कोरोना काल मे देश के करोड़ों सीनियर सिटीजंस को मिलने वाली रियायत (senior citizen rail ticket concession) खत्म कर दी. अब ट्रेन में सीनियर सिटीजंस को रियायत कब से मिलेगी फिलहाल इस बार में रांची रेल मंडल के कोई भी अधिकारी बोलने से बच रहे हैं. ट्रेन में रियायत खत्म होने से बुजुर्गों को बड़ा छटका लगा है. रांची रेल मंडल से यात्रा करने वाले हजारों सीनियर सिटीजन हैं जो रेलवे से काफी नाराज हैं. रेलवे मंत्रालय की ओर से वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन में सफर के दौरान किराए में छूट का लाभ नहीं मिल रहा है. इससे इन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि इस पूरे मामले को लेकर रेलवे के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.


सीनियर सिटीजंस को मिलने वाली रियायतें बंद
भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार अगर किसी महिला की उम्र 58 साल है और किसी पुरुष की उम्र 60 साल है तो उन्हें वरिष्ठ नागरिक की श्रेणी में रखा जाता है. ऐसे लोगों को सीनियर सिटीजन कोटे का फायदा मिलता है. इसमें महिला वरिष्ठ नागरिकों को मूल किराए में 50 फीसदी और पुरुष वरिष्ठ नागरिकों को मूल किराए में 40 फीसदी छूट दी जाती है. कोरोना काल से पहले तक राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी, दुरंतो समेत सभी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में पुरुषों को बेस फेयर में 40 फीसदी, जबकि महिलाओं को बेस फेयर में 50 फीसदी की छूट दी जा रही थी और इस रियायत में रेलवे मंत्रालय की ओर से अब कटौती कर ली गई है. सीनियर सिटीजन को रेलवे में सफर के दौरान कोई रियायत नहीं दी जा रही है. कोरोना महामारी के कारण मार्च के अंतिम सप्ताह में देश भर में लॉकडाउन लगाया गया था. इससे ठीक पहले 20 मार्च 2020 से अगले आदेश तक के लिए सीनियर सिटीजन को दी जाने वाली रियायत वापस ले ली गई.

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रेलवे की रिपोर्ट
रेल मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2019-20 में किराए में छूट से होने वाले नुकसान 2,059 करोड़ था और कोरोना के दौरान कई तरह की छूट निलंबित किए जाने से पिछले वित्त वर्ष में नुकसान घटकर 38 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. इसी नुकसान को देखते हुए रेलवे ने सीनियर सिटीजंस को दी जाने वाली रियायत को भी समाप्त कर दिया है. इससे एक बड़ा तबका प्रभावित है. रांची रेल मंडल से सफर करने वाले सीनियर सिटीजन रेलवे की इस डिसीजन से काफी खफा है. वे लगातार रेल यात्रा के दौरान सीनियर सिटीजन को रियायत देने की मांग कर रहे हैं.

नहीं मिलेगी रियायत
राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी यह स्पष्ट कहा है कि कोविड-19 के मद्देनजर सभी श्रेणियों के यात्रियों के लिए दी जाने वाली रियायत वापस ले ली गई है. उन्होंने सदन के एक जवाब में यह भी कहा है कि फिलहाल रियायतों को बहाल करने का कोई प्रस्ताव नहीं है. और इस मामले को लेकर हमने रांची रेल मंडल और दक्षिणी पूर्वी रेल मंडल के कई अधिकारियों से भी बातचीत करने की कोशिश की लेकिन इस मामले पर अधिकारियों ने कुछ भी कहने के लिए तैयर नहीं हैं. हालांकि एक अधिकारी ने यह जरूर कहा है कि फिलहाल रियायतें इन सीनियर सिटीजंस को नहीं मिलने वाली है. इसे लेकर रेलवे में कोई चर्चा नहीं है. जबकि इधर सीनियर सिटीजन लगातार रेल सफर के दौरान अपनी रियासतों को वापस लागू करने की मांग कर रहे हैं.

Last Updated : Dec 10, 2021, 10:03 PM IST
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