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RIMS के डॉक्टरों के वीआरएस लेने के मामले में चिंतत हुए आईएमएस, सीएम से मांगी मदद

राजधानी के रिम्स में विजिलेंस के छापे के बाद वरिष्ठ डॉक्टरों के वीआरएस लेने पर आइएमए ने जताई चिंताई है. मामले में आईएमए ने सीएम से मदद भी मांगी है. उनका कहना है कि जिस तरह डॉक्टर वीआरएस ले रहे हैं यह निश्चित रूप से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था और मरीजों का विश्वास को कमजोर कर रहा है.

IMS worried about doctors taking VRS in ranchi
डॉक्टर वीआरएस ले रहे
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Published : Jan 18, 2020, 11:44 PM IST

रांचीः विजिलेंस के छापे के बाद रिम्स के डॉक्टरों ने वीआरएस लेने के मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की राज्य इकाई ने चिंता जताते हुए आईएमए भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस दौरान बैठक में आईएमए के साथ झारखंड हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन (झासा) जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) सहित अन्य चिकित्सक के संगठन मौजूद रहे.

देखें पूरी खबर

बैठक में लिए गए निर्णय के बाद आईएमए के राज्य सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि जिस प्रकार से विजिलेंस के छापे और निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने के कारण रिम्स के डॉक्टर वीआरएस ले रहे हैं रहे हैं. यह निश्चित रूप से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था और मरीजों का विश्वास को कमजोर कर रहा है, इसलिए आईएमए सरकार और मुख्यमंत्री से अनुरोध करता है कि झारखंड में नॉन प्रैक्टिसिंग एलायंस (एनपीए) को ऑप्शनल कर दें. ताकि जो डॉक्टर प्रैक्टिस करना चाहते हैं वैसे चिकित्सकों को एनपीए न दिया जाये और जो डॉक्टर प्रैक्टिस नहीं करना चाहते हैं उन्हें एनपीए दिया जाए.

ये भी पढ़ें- रांची में आम लोगों से मिले सीएम हेमंत सोरेन, कहा- किसान और युवा सरकार की पहली प्राथमिकता

वहीं, बैठक में मौजूद जेडीए के अध्यक्ष डॉ अजीत कुमार ने भी रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टरों से वीआरएस नहीं लेने की अपील की. इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार को इस पर निर्णय लेना ही होगा, ताकि रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टर अपने निस्वार्थ और सच्चे मन से सेवा प्रदान करते रहे और राज्य के गरीब मरीजों को भी बेहतर चिकित्सा परामर्श और सेवा मिलता रहे.

रांचीः विजिलेंस के छापे के बाद रिम्स के डॉक्टरों ने वीआरएस लेने के मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की राज्य इकाई ने चिंता जताते हुए आईएमए भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस दौरान बैठक में आईएमए के साथ झारखंड हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन (झासा) जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) सहित अन्य चिकित्सक के संगठन मौजूद रहे.

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बैठक में लिए गए निर्णय के बाद आईएमए के राज्य सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि जिस प्रकार से विजिलेंस के छापे और निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने के कारण रिम्स के डॉक्टर वीआरएस ले रहे हैं रहे हैं. यह निश्चित रूप से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था और मरीजों का विश्वास को कमजोर कर रहा है, इसलिए आईएमए सरकार और मुख्यमंत्री से अनुरोध करता है कि झारखंड में नॉन प्रैक्टिसिंग एलायंस (एनपीए) को ऑप्शनल कर दें. ताकि जो डॉक्टर प्रैक्टिस करना चाहते हैं वैसे चिकित्सकों को एनपीए न दिया जाये और जो डॉक्टर प्रैक्टिस नहीं करना चाहते हैं उन्हें एनपीए दिया जाए.

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वहीं, बैठक में मौजूद जेडीए के अध्यक्ष डॉ अजीत कुमार ने भी रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टरों से वीआरएस नहीं लेने की अपील की. इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार को इस पर निर्णय लेना ही होगा, ताकि रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टर अपने निस्वार्थ और सच्चे मन से सेवा प्रदान करते रहे और राज्य के गरीब मरीजों को भी बेहतर चिकित्सा परामर्श और सेवा मिलता रहे.

Intro:विजिलेंस के छापे के बाद रिम्स के डॉक्टरों के द्वारा वीआरएस लेने के मामले को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की राज्य इकाई ने चिंता जताते हुए आईएमए भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक की।




Body:बैठक में लिए गए निर्णय के बाद आईएमए के राज्य सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि जिस प्रकार से विजिलेंस के छापे और निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने के कारण रिम्स के डॉक्टर वीआरएस ले रहे हैं रहे हैं यह निश्चित रूप से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था एवं मरीजों का विश्वास को कमजोर कर रहा है, इसलिए आईएमए सरकार एवं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता है कि झारखंड में नॉन प्रैक्टिसिंग एलायंस(एनपीए) को ऑप्शनल कर दें।

ताकि जो डॉक्टर प्रैक्टिस करना चाहते हैं वैसे चिकित्सकों को एनपीए ना दिया जाये और जो डॉक्टर प्रैक्टिस नहीं करना चाहते हैं उन्हें एनपीए दिया जाए।



Conclusion:वहीं बैठक में मौजूद जेडीए के अध्यक्ष डॉ अजीत कुमार ने भी रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टरों से वीआरएस नहीं लेने की अपील की साथ ही साथ उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा है कि सरकार को इस पर निर्णय लेना ही होगा ताकि रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टर अपने निस्वार्थ और सच्चे मन से सेवा प्रदान करते रहे और राज्य के गरीब मरीजों को भी बेहतर चिकित्सा परामर्श एवं सेवा मिलता रहे।

बैठक में आईएमए के साथ झारखंड हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन (झासा) जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन(जेडीए) सहित अन्य चिकित्सक के संगठन मौजूद रहे।

बाइट- डॉ प्रदीप सिंह,राज्य सचिव,आईएमए।
बाइट- डॉ अजित कुमार,अध्यक्ष,जेडीए।
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