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संदिग्ध बैंक खातों पर गृह सचिव ने DGP से मांगी रिपोर्ट, RBI ने खातों पर जताया है संदेह

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साइबर अपराधियों के फिशिंग और संदिग्ध ट्रांजक्शन में इस्तेमाल बैंक खातों की जानकारी राज्य सरकार को दी है. वहीं राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने डीजीपी कमल नयन चौबे को पत्र भेजा है.

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Published : Jan 18, 2020, 11:47 PM IST

रांची: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साइबर अपराधियों के फिशिंग और संदिग्ध ट्रांजेक्शन में इस्तेमाल बैंक खातों की जानकारी राज्य सरकार को दी है. आरबीआई की ओर से भेजी गई जानकारी के आधार पर राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने डीजीपी कमल नयन चौबे को पत्र भेजा है. सुखदेव सिंह ने दो संदिग्ध खातों की जांच कर रिपोर्ट की मांग डीजीपी से की है.

क्या है खातों का डिटेल
जामताड़ा के बंधन बैंक में अकबर अंसारी के नाम से एक सेविंग खाता है. खाता खोलने के लिए खाताधारी ने आधार कार्ड दिया था. 17 अगस्त 2016 को पहली बार खाता से लेनदेन शुरू हुआ. अब तक इस खाते से 13.77 लाख का ट्रांजेक्शन हुआ है. अधिकांश पैसे आईएमपीएस के जरिए खाते में आए.

ये भी पढ़ें- छह महीने से गायब युवक का क्षत विक्षत शव बरामद, दो गिरफ्तार, 3 फरार

आरबीआई की ओर से भेजे गए पत्र को भी डीजीपी को दिया
संदेहास्पद बात यह है कि जब इस खाते में पैसे आए उसी दिन या उसके अगले दिन पैसों की निकासी एटीएम से कर ली गई. पे यू मनी वैलेट के जरिए पैसे ट्रांसफर किए गए. आरबीआई ने पहली बार साल 2017 में इस खाते को साइबर अपराधियों के इस्तेमाल किए जाने वाले खाते के तौर पर चिन्हित किया था. गृह सचिव ने आरबीआई की ओर से भेजे गए पत्र को भी डीजीपी को दिया है.

ट्रांसपोर्टिंग से बताई आय, लेकिन आयकर रिटर्न में जिक्र नहीं
गृह सचिव ने चतरा के एक्सिस बैंक ब्रांच में परमेश्वर साव से जुड़े खाते की जांच का भी आदेश दिया है. खाताधारी ने बैंक खाता खोले जाने के दौरान खुद को ट्रांसपोर्टर बताया था. इस बैंक खाते से दो महीनों में 6.02 लाख की राशि का दो महीनों में आईएमपीएस के जरिए ट्रांसफर किया गया.

ये भी पढ़ें- रांची में प्यार की सौदेबाजी, पति को 3 दिन घरवाली तो 3 दिन बाहरवाली के साथ रहने का कॉन्ट्रैक्ट

जांच होनी चाहिए
कुल 162 बार आईएमपीएस से राशि का ट्रांसफर किए गया. हर ट्रांसफर के बाद पैसे की निकासी एटीएम से कर ली गई. अधिकांश राशि की निकासी गिरिडीह, जामताड़ा से की गई है. गृह सचिव ने डीजीपी को लिखे पत्र में बताया है कि खाताधारी ने जो जानकारी दी है वह काफी संदेहास्पद है. ऐसे में खाते की अच्छी तरह से जांच की जानी चाहिए.

रांची: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साइबर अपराधियों के फिशिंग और संदिग्ध ट्रांजेक्शन में इस्तेमाल बैंक खातों की जानकारी राज्य सरकार को दी है. आरबीआई की ओर से भेजी गई जानकारी के आधार पर राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने डीजीपी कमल नयन चौबे को पत्र भेजा है. सुखदेव सिंह ने दो संदिग्ध खातों की जांच कर रिपोर्ट की मांग डीजीपी से की है.

क्या है खातों का डिटेल
जामताड़ा के बंधन बैंक में अकबर अंसारी के नाम से एक सेविंग खाता है. खाता खोलने के लिए खाताधारी ने आधार कार्ड दिया था. 17 अगस्त 2016 को पहली बार खाता से लेनदेन शुरू हुआ. अब तक इस खाते से 13.77 लाख का ट्रांजेक्शन हुआ है. अधिकांश पैसे आईएमपीएस के जरिए खाते में आए.

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आरबीआई की ओर से भेजे गए पत्र को भी डीजीपी को दिया
संदेहास्पद बात यह है कि जब इस खाते में पैसे आए उसी दिन या उसके अगले दिन पैसों की निकासी एटीएम से कर ली गई. पे यू मनी वैलेट के जरिए पैसे ट्रांसफर किए गए. आरबीआई ने पहली बार साल 2017 में इस खाते को साइबर अपराधियों के इस्तेमाल किए जाने वाले खाते के तौर पर चिन्हित किया था. गृह सचिव ने आरबीआई की ओर से भेजे गए पत्र को भी डीजीपी को दिया है.

ट्रांसपोर्टिंग से बताई आय, लेकिन आयकर रिटर्न में जिक्र नहीं
गृह सचिव ने चतरा के एक्सिस बैंक ब्रांच में परमेश्वर साव से जुड़े खाते की जांच का भी आदेश दिया है. खाताधारी ने बैंक खाता खोले जाने के दौरान खुद को ट्रांसपोर्टर बताया था. इस बैंक खाते से दो महीनों में 6.02 लाख की राशि का दो महीनों में आईएमपीएस के जरिए ट्रांसफर किया गया.

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जांच होनी चाहिए
कुल 162 बार आईएमपीएस से राशि का ट्रांसफर किए गया. हर ट्रांसफर के बाद पैसे की निकासी एटीएम से कर ली गई. अधिकांश राशि की निकासी गिरिडीह, जामताड़ा से की गई है. गृह सचिव ने डीजीपी को लिखे पत्र में बताया है कि खाताधारी ने जो जानकारी दी है वह काफी संदेहास्पद है. ऐसे में खाते की अच्छी तरह से जांच की जानी चाहिए.

Intro:संदिग्ध बैंक खातों पर गृह सचिव ने डीजीपी से मांगी रिपोर्ट,आरबीआई ने खातों पर जताया है संदेह

रांची।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साइबर अपराधियों के द्वारा फिशिंग और संदिग्ध ट्रांजेक्शन में इस्तेमाल बैंक खातों की जानकारी राज्य सरकार को दी है। आरबीआई के द्वारा भेजी गई जानकारी के आधार पर राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने डीजीपी कमलनयन चौबे को पत्र भेजा है। सुखदेव सिंह ने दो संदिग्ध खातों की जांच कर रिपोर्ट की मांग डीजीपी से की है।

क्या है खातों का डिटेल
जामताड़ा के बंधन बैंक में अकबर अंसारी के नाम से एक सेविंग खाता है। खाता खोलने के लिए खाताधारी ने आधार कार्ड दिया था। 17 अगस्त 2016 को पहली बार खाता से लेनदेन शुरू हुआ। अबतक इस खाते से 13.77 लाख का ट्रांजेक्शन हुआ है। अधिकांश पैसे आईएमपीएस के जरिए खाते में आए। संदेहास्पद बात यह है कि जब इस खाते में पैसे आए उसी दिन या उसके अगले दिन पैसों की निकासी एटीएम से कर ली गई पे यू मनी वैलेट के जरिए पैसे ट्रांसफर किए गए। आरबीआई ने पहली बार साल 2017 में इस खाते को साइबर अपराधियों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले खाते के तौर पर चिन्हित किया था। गृह सचिव ने आरबीआई के द्वारा भेजा गया पत्र भी डीजीपी को दिया है।

ट्रांसपोर्टिंग से बतायी आय, लेकिन आयकर रिटर्न में जिक्र नहीं

गृह सचिव ने चतरा के एक्सिस बैंक ब्रांच में परमेश्वर साव से जुड़े खाते की जांच का भी आदेश दिया है। खाताधारी ने बैंक खाता खोले जाने के दौरान खुद को ट्रांसपोर्टर बताया था। इस बैंक खाते से दो महीनों में 6.02 लाख की राशि का दो महीनों में आईएमपीएस के जरिए ट्रांसफर किया गया। कुल 162 बार किए आईएमपीएस से राशि का ट्रांसफर किए गया। प्रत्येक ट्रांसफर के बाद पैसे की निकासी एटीएम से कर ली गई। अधिकांश राशि की निकासी गिरिडीह, जामताड़ा से की गई है। गृह सचिव ने डीजीपी को लिखे पत्र में बताया है कि खाताधारी के द्वारा जो जानकारी दी गई है वह काफी संदेहास्पद है। ऐसे में खाते की अच्छी तरह से जांच की जानी चाहिए।Body:1Conclusion:2
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