रांची: हिंदपीढ़ी में रविवार को मिले संक्रमितों में एक होम्योपैथ क्लिनिक का कंपाउंडर है. जबकि दूसरा मेन रोड के पंजाब स्वीट के पीछे वाले एक अपार्टमेंट में संक्रमित मिले विधायक प्रत्याशी सह ठेकेदार का भतीजा है. यह छत्तीसगढ़ के एक इंश्योरेंस कंपनी में काम करता है. बीते मार्च महीने में वह रांची आया था. अब प्रशासन यह पता लगाने में जुटी है कि वह संक्रमित होकर तो रांची नहीं आया था या इससे पहले विधायक प्रत्याशी चाचा संक्रमित हुए थे.
वहीं, दूसरा संक्रमित हिंदपीढ़ी सेकेंड स्ट्रीट का रहने वाला है. वह एक होम्योपैथ क्लिनिक में कंपाउंडर है, आशंका जताई जा रही है कि संक्रमित होने के बाद उसने कई मरीजों के इलाज के दौरान संपर्क में आया हो. उसके संपर्क वालों का पता लगाया जा रहा है. फिलहाल उसके परिवार के चार सदस्यों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. रात में पॉजिटिव अन्य तीन के मामले सामने आने के बाद उनकी भी कांटैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है, बाकी और मिले तीन संक्रमित मलेशिया से आई वदेशी महिला के संपर्क में थे.
रांची के हिंदपीढ़ी में केवल अब संक्रमितों की संख्या 23 हो चुकी है. अब पूरा शहर संक्रमण की जद में आने का संकेत दे रहा है. चूंकि शहर के बरियातू का इलाका भी अब कंटोनमेंट जोन की ओर बढ़ रहा है. जब तक जोड़ा तालाब के आसपास व रिटायर्ड आइएएस के संपर्क में आने वालों या सोर्स की पहचान नहीं हो जाती, तब तक खतरा बरकरार है. इसी तरह हिंदपीढ़ी में लगातार संक्रमितों का मिलना जारी है. चेन टूटता दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसे में मुश्किलें कम नहीं हो रही. ऊपर से 17 अप्रैल को कोलकाता से आए कोरोना संदिग्ध भी शहर के चारों ओर फैल चुके हैं. उनके संबंध में भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. हालांकि रांची जिला प्रशासन की ओर से सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय को हर संक्रमण के कांटैक्ट ट्रेसिंग की जिम्मेवारी दी गई है. उन्हें संक्रमण का रिपोर्ट खंगालकर वरीय अधिकारियों को देना है, उसी आधार पर हर जगहों के लोग क्वॉरेंटाइन किए जाएंगे और उनकी कोरोना स्क्रीनिंग कराई जा रही है.
हिंदपीढ़ी का फैलता संक्रमण बढ़ा रही मुश्किलें, जद में आ सकता है पूरा शहर
रांची के हिंदपीढ़ी में केवल अब संक्रमितों की संख्या 23 हो चुकी है. अब पूरा शहर संक्रमण की जद में आने का संकेत दे रहा है. चूंकि शहर के बरियातू का इलाका भी अब कंटोनमेंट जोन की ओर बढ़ रहा है. जब तक जोड़ा तालाब के आसपास व रिटायर्ड आइएएस के संपर्क में आने वालों या सोर्स की पहचान नहीं हो जाती, तब तक खतरा बरकरार है.
रांची: हिंदपीढ़ी में रविवार को मिले संक्रमितों में एक होम्योपैथ क्लिनिक का कंपाउंडर है. जबकि दूसरा मेन रोड के पंजाब स्वीट के पीछे वाले एक अपार्टमेंट में संक्रमित मिले विधायक प्रत्याशी सह ठेकेदार का भतीजा है. यह छत्तीसगढ़ के एक इंश्योरेंस कंपनी में काम करता है. बीते मार्च महीने में वह रांची आया था. अब प्रशासन यह पता लगाने में जुटी है कि वह संक्रमित होकर तो रांची नहीं आया था या इससे पहले विधायक प्रत्याशी चाचा संक्रमित हुए थे.
वहीं, दूसरा संक्रमित हिंदपीढ़ी सेकेंड स्ट्रीट का रहने वाला है. वह एक होम्योपैथ क्लिनिक में कंपाउंडर है, आशंका जताई जा रही है कि संक्रमित होने के बाद उसने कई मरीजों के इलाज के दौरान संपर्क में आया हो. उसके संपर्क वालों का पता लगाया जा रहा है. फिलहाल उसके परिवार के चार सदस्यों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. रात में पॉजिटिव अन्य तीन के मामले सामने आने के बाद उनकी भी कांटैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है, बाकी और मिले तीन संक्रमित मलेशिया से आई वदेशी महिला के संपर्क में थे.
रांची के हिंदपीढ़ी में केवल अब संक्रमितों की संख्या 23 हो चुकी है. अब पूरा शहर संक्रमण की जद में आने का संकेत दे रहा है. चूंकि शहर के बरियातू का इलाका भी अब कंटोनमेंट जोन की ओर बढ़ रहा है. जब तक जोड़ा तालाब के आसपास व रिटायर्ड आइएएस के संपर्क में आने वालों या सोर्स की पहचान नहीं हो जाती, तब तक खतरा बरकरार है. इसी तरह हिंदपीढ़ी में लगातार संक्रमितों का मिलना जारी है. चेन टूटता दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसे में मुश्किलें कम नहीं हो रही. ऊपर से 17 अप्रैल को कोलकाता से आए कोरोना संदिग्ध भी शहर के चारों ओर फैल चुके हैं. उनके संबंध में भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. हालांकि रांची जिला प्रशासन की ओर से सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय को हर संक्रमण के कांटैक्ट ट्रेसिंग की जिम्मेवारी दी गई है. उन्हें संक्रमण का रिपोर्ट खंगालकर वरीय अधिकारियों को देना है, उसी आधार पर हर जगहों के लोग क्वॉरेंटाइन किए जाएंगे और उनकी कोरोना स्क्रीनिंग कराई जा रही है.
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