रांची: 19 साल बाद झारखंड को अपना विधानसभा भवन मिल गया है. गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने झारखंड विधानसभा के भवन का उद्घाटन किया. झारखंड विधानसभा के नवनिर्मित भवन को लेकर आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यवाहक अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन को आमंत्रित नहीं किया गया था.
राजधानी के धुर्वा स्थित कुटे गांव में बने नए विधानसभा बिल्डिंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री रघुवर दास, विधानसभा के स्पीकर दिनेश उरांव समेत भाजपा के अन्य विधायकों की मौजूदगी में किया, लेकिन नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन पूरे उद्घाटन समारोह से कथित रूप से अलग रखे गए. इस बारे में जब ईटीवी भारत ने जेएमएम के नेताओं से संपर्क किया तो यह बात सामने आई कि नेता प्रतिपक्ष सोरेन को झारखंड विधानसभा के उद्घाटन कार्यक्रम में आमंत्रण ही नहीं भेजा गया था. उन्हें प्रभात तारा मैदान में आयोजित कार्यक्रम से जुड़ा आमंत्रण पत्र भेजा गया था.
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जेएमएम के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने स्पष्ट रूप से कहा कि नेता प्रतिपक्ष सोरेन को झारखंड विधानसभा के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए कोई आमंत्रण नहीं दिया गया. भट्टाचार्य ने कहा कि जब आमंत्रण ही नहीं मिला तो ऐसे में नेता प्रतिपक्ष किस हैसियत से वहां जाएंगे. दरअसल, प्रोटोकॉल के अनुसार विधानसभा के इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष की मौजूदगी और आमंत्रण पत्र में नाम होना आवश्यक है.
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन फिलहाल जमशेदपुर में हैं. ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत में ही उन्होंने कहा था कि उन्हें न्योता नहीं मिला जिस कारण वो कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. दरअसल 13 सितंबर को जेएमएम का जमशेदपुर में बदलाव यात्रा है. जिसका नेतृत्व हेमंत सोरन करेंगे.