रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी दलों में जमकर आरोप-प्रत्यारोप चला. मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर दिनेश उरांव ने कार्य स्थगन के प्रस्तावों की चर्चा की.
नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के कथित तौर पर पैसे लेने वाले वायरल वीडियो का हवाला देते हुए कार्रवाई की मांग की. सोरेन ने कहा कि मंत्री का जिस तरह से वीडियो वायरल हुआ है वह जांच के दायरे में आता है. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायक अधिकारियों की पिटाई भी करते हैं फिर भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती.
उन्होंने कहा कि ऐसी घटना में अगर विपक्षी दलों के सदस्यों का हाथ कथित तौर पर आता है तो उनकी सदस्यता तक चली जाती है. इस मामले में बीजेपी के मुख्य सचेतक राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि जब तक मामला प्रमाणित नहीं हो तो सदन में नहीं लाया जाना चाहिए.
हेमंत को आया गुस्सा
वहीं, अपनी बात रखते हुए राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि सोरेन के खिलाफ अनुसूचित जनजाति की जमीन रखने का आरोप है. जिसके बाद हेमंत सोरेन ने उत्तेजित होकर का कहा कि उनके खिलाफ जो आरोप लगे हैं उसकी जांच के लिए रिटायर्ड आईएएस देवाशीष गुप्ता की अध्यक्षता वाली एसआईटी ने की है. उसकी रिपोर्ट सरकार अपने पास रखे हुए हैं.
हेमंत ने रिजाइन देने की बात कही
हेमंत ने कहा कि सरकार के पास रिपोर्ट है और उसे सदन में रखे. खुली चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि उस रिपोर्ट को सरकार सदन में रखें तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. वहीं, अपने ऊपर लगे आरोपों पर स्वास्थ्य मंत्री चंद्रवंशी ने कहा कि वह क्षेत्र में गए थे और लोगों को उन्होंने चंदे के लिए पैसे दिए थे. उन्होंने कहा कि अगर यह साबित हो जाएगा उन्होंने पैसे लिए हैं तो वह रिजाइन कर देंगे.