रांची: झारखंड की जनता की निगाहें केंद्र के बजट के बाद अब राज्य के बजट पर है. आगामी 3 मार्च को राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव बजट पेश करेंगे. ऐसे में सत्ताधारी दल कांग्रेस का दावा है कि जो निराशा केंद्र के बजट से राज्य के लोगों को हुई है, वह राज्य के बजट में नहीं होगी. हेमंत सरकार विकास और विजन वाला बजट पेश करेगी.
हेमंत सरकार का पहला बजट 86 हजार 370 करोड़ रुपये का था, लेकिन बजट पेश होने के बाद आए कोरोना काल ने बजट की घोषणाओं पर विराम लगा दिया. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस बार के बजट का आकार भले ही छोटा हो, लेकिन हर सेक्टर पर फोकस करने वाला बजट होगा. सत्ता में शामिल कांग्रेस का मानना है कि सरकार में कांग्रेस पार्टी के वित्त मंत्री हैं. ऐसे में विभागीय मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव कई दिनों से बजट बनाने में जुटे हुए हैं और यह बजट राज्य के हर तबके के लोगों के चेहरे पर खुशी लाने वाला होगा. इसके साथ ही चुनाव के दौरान जो वादे गठबंधन दलों ने जनता से किए, उसको पूरा कैसे किया जाए इसकी झलक भी बजट में दिखेगी.
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वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने उम्मीद जताई है कि झारखंड विधानसभा के 26 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही गठबंधन सरकार का बजट सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए पेश किया जाएगा. उन्होंने कहा है कि अब बजट राज्य को विकास की ओर ले जाने वाला साबित होगा.