रांची: आम आदमी पार्टी 26 नवंबर को स्थापना दिवस (Foundation Day of AAP) मनाएगी. इसे लेकर पार्टी नेताओं ने विधानसभा मैदान में राष्ट्रीय तिरंगा यात्रा (Tiranga Yatra in Ranchi) निकालने के लिए हेमंत सरकार से अनुमति मांगी थी. लेकिन सरकार ने कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन होने का हवाला देते हुए तिरंगा यात्रा पर रोक (Ban on Tiranga Yatra) लगा दी है. जिसके बाद से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक सरकार से खासे नाराज हैं.
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हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रेस क्लब में कहा कि पूरे देश में जब कोरोना चरम सीमा पर था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली हो सकती है. हेमंत सोरेन सभा कर सकते हैं, चुनाव का प्रचार प्रसार हो सकता है और पार्टी का कार्यक्रम हो सकता है तो यह तिरंगा यात्रा क्यों नहीं हो सकती है. आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि राज्य में कई बड़े-बड़े आयोजन हो रहे हैं. हेमंत सोरेन सभाओं को संबोधित कर रहे हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी के इस कार्यक्रम को कोरोना का हवाला देते हुए रोका जा रहा है. यह कहीं से भी तर्कसंगत नहीं है.
आप के बढ़ते ग्राफ से परेशान है हेमंत सरकार
आम आदमी पार्टी के झारखंड प्रदेश सह प्रभारी शैलेंद्र पांडे ने कहा कि मौजूदा सरकार कोरोना काल की दुहाई देकर हमारी आन बान और शान राष्ट्रीय ध्वज को हाथ में लेकर चलने से रोक रही है. तिरंगे का सम्मान नहीं किया जा रहा. झारखंड की सरकार बदले की भावना से यह कार्य कर रही है. राज्य सरकार ने झारखंड स्थापना दिवस पर करोड़ों रुपए खर्च कर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए. लेकिन तिरंगा लेकर सड़कों पर चलने से आप कार्यकर्ताओं को रोक रही है. इससे स्पष्ट है कि हेमंत सरकार आम आदमी पार्टी के बढ़ते ग्राफ से डर गई है. हेमंत सरकार चाहती है कि आम आदमी पार्टी झारखंड में पैर न पसार सके.