रांचीः शनिवार को राजधानी रांची सहित राज्य के कई जिलों में शाम होते ही झमाझम बारिश होने लगी. मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि पठारी इलाकों में गर्मी के बाद स्थानीय स्तर पर बादल बनकर ऐसी अचानक बारिश होती है.
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बिना किसी चक्रवाती निम्न या उच्च दबाव के तेज गरज के साथ हुई इस बारिश को मौसम वैज्ञानिक स्थानीय स्तर पर गर्जन वाले बादल (Development of convective clouds) के चलते हुई बारिश बताते हैं. शनिवार को राज्य के कई जिलों में स्थानीय स्तर पर तेज बारिश इसी की वजह से हुई है.
स्थानीय स्तर पर बादल का होता है निर्माण
पठारी इलाकों में तेज गर्मी के बाद स्थानीय स्तर पर गरज वाले बादल का निर्माण होता है. इसको लेकर मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि 02 से 03 घंटे तक इसका प्रभाव रहता है. ऐसे में मौसम में अक्सर गरज और बारिश के बाद फिर आसमान साफ हो जाता है.
इन जिलों में बने गर्जन वाले बादल
पाकुड़, साहिबगंज, दुमका, गोड्डा, पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह, जामताड़ा, लोहरदगा, रांची और पश्चिमी सिंहभूम में बादल बना है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहे दबाव की वजह से आगामी 22-23 सितंबर को दोबारा झमाझम बारिश होने की संभावना है. मौसम केंद्र रांची के अनुसार बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया डेवलप हो रहा है, जिसका प्रभाव 22 और 23 सितंबर को फिर एक बार अच्छी बारिश होगी.
राजधानी में मूसलाधार बारिश
राजधानी रांची और आसपास के इलाकों में गरज के साथ मूसलाधार बारिश हुई. एक घंटे से अधिक देर तक हुई बारिश ने अपना असर दिखाया. जिसकी वजह से राजधानी के कई निचले इलाकों में पानी जमा गया. वहीं कई जगह नाला का पानी सड़क पर बहने लगा है.