ETV Bharat / city

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पसंद नहीं आया रिम्स का मल्टी स्टोरी पार्किंग, जानिए क्या कहा

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को रिम्स में बनी करोड़ों की मल्टी स्टोरी पार्किंग व्यवस्था नहीं पसंद आई. उन्होंने कहा कि अब यहां मरीजों के लिए वार्ड बनेंगे और बेड की कमी को दूर की जाएगी.

health-minister-did-not-like-multi-storey-parking-of-rims-in-ranchi
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता
author img

By

Published : Aug 31, 2021, 9:21 PM IST

Updated : Aug 31, 2021, 10:20 PM IST

रांचीः राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के मल्टी स्टोरी पार्किंग को फिर से रिकंस्ट्रक्ट कर ढाई सौ बेड का वार्ड बनाया जाएगा. जिसमें सामान्य मरीजों को भर्ती किया जाएगा. स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जल्द ही शासी परिषद की बैठक की जाएगी, उसी को लेकर मंगलवार को निदेशक और अधीक्षक के साथ गहन चर्चा की गई.

इसे भी पढ़ें- रिम्स के मल्टी स्टोरेज पार्किंग में बन रहा कोविड यूनिट एक हफ्ते में शुरू होगा, कर्मचारियों की कमी बड़ी चुनौती

मंगलवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स निदेशक के साथ बैठक की. जिसमें स्वास्थ्य व्यवस्था समेत कई मसलों पर चर्चा हुई. बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मरीजों की परेशानी को देखते हुए मल्टी स्टोरी पार्किंग को वार्ड में तब्दील कर दिया जाएगा. जिससे जो मरीज बेड के अभाव में फर्श पर इलाज कराना के लिए मजबूर हैं, उन्हें भी बेड मिल सके. फिलहाल मल्टी स्टोरी पार्किंग को अस्थायी कोविड वार्ड बनाया गया है.

जानकारी देते स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता
मल्टी स्टोरी पार्किंग को बंद करने को लेकर बन्ना गुप्ता ने कहा कि जहां पर 350 गाड़ियों को पार्क करने के लिए पार्किंग स्टोरेज बनाया गया है, वो तकनीकी रूप से सही नहीं है, इसलिए पार्किंग स्टोरेज को बंद कर दिया जाएगा और पार्किंग को नई जगह बनाने का विचार किया जाएगा. रिम्स परिसर में पार्किंग की समस्या को देखते हुए पूर्ववर्ती रघुवर सरकार के शासनकाल में 14 करोड़ की लागत से मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण कराया गया था. जिससे पार्किंग की समस्या पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता था. लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मौजूदा हेमंत सरकार ने पार्किंग स्थल में कोविड वार्ड बनवाया. अब फिर से इसे रिकंस्ट्रक्शन कर वार्ड बना दिए जाएंगे जिससे मरीजों को तो जरूर राहत मिलेगी लेकिन पार्किंग की समस्या बरकरार रहेगी.

इसे भी पढ़ें- रिम्स मल्टी स्टोरेड पार्किंग बिल्डिंग में तैयार हो रहा 350 बेड, सीएम ने किया निरीक्षण


कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर पार्किंग को बनाया गया था अस्पताल

मई के महीने में झारखंड में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े. राज्य में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार भी युद्धस्तर पर तैयारी की. इसी के मद्देनजर रिम्स के प्रशासनिक भवन के पास बने मल्टीस्टोरेज पार्किंग को कोविड वार्ड में तब्दील किया गया. इस पार्किंग स्टोरेज को 325 ऑक्सीजन युक्त बेड कोविड वॉर्ड के तौर पर विकसित किया गया.

इससे पहले अप्रैल के महीने में राज्य में कोरोना के बढ़ते प्रकोप और अस्पताल में घटती बेड की संख्या को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा कई तरह के विकल्प की तलाश कर रहा. इसी को लेकर रिम्स की पार्किंग एरिया में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड लगाने पर काम किया गया. जिसके बाद चंद दिनों में मल्टी स्टोरी पार्किंग एरिया को एक अस्पताल का रूप दे दिया गया. साथ ही साथ ऑक्सीजन की भी व्यवस्था पार्किंग में की जाएगी.

पार्किंग में लगने वाली गाड़ियों को फिलहाल बाहर ही लगाया जाएगा. वहां पर जल्द ही जिला प्रशासन की तरफ से भेजे गए लोगों की ओर से टेंट और ऑक्सीजन पाइप की व्यवस्था की जा रही है. अप्रैल के महीने में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिम्स मल्टी स्टोरेड पार्किंग बिल्डिंग में तैयार हो रहे 350 बेड और इमरजेंसी 50 बेड वाले ऑक्सीजनयुक्त कोविड वार्ड का निरीक्षण किया. इस दौरान सीएम ने कहा राज्य सरकार ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड बढ़ाने को लेकर निरंतर प्रयासरत है. रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो जैसे बड़े शहरों में संक्रमित मरीजों का दबाव ज्यादा है.

रांचीः राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के मल्टी स्टोरी पार्किंग को फिर से रिकंस्ट्रक्ट कर ढाई सौ बेड का वार्ड बनाया जाएगा. जिसमें सामान्य मरीजों को भर्ती किया जाएगा. स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जल्द ही शासी परिषद की बैठक की जाएगी, उसी को लेकर मंगलवार को निदेशक और अधीक्षक के साथ गहन चर्चा की गई.

इसे भी पढ़ें- रिम्स के मल्टी स्टोरेज पार्किंग में बन रहा कोविड यूनिट एक हफ्ते में शुरू होगा, कर्मचारियों की कमी बड़ी चुनौती

मंगलवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स निदेशक के साथ बैठक की. जिसमें स्वास्थ्य व्यवस्था समेत कई मसलों पर चर्चा हुई. बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मरीजों की परेशानी को देखते हुए मल्टी स्टोरी पार्किंग को वार्ड में तब्दील कर दिया जाएगा. जिससे जो मरीज बेड के अभाव में फर्श पर इलाज कराना के लिए मजबूर हैं, उन्हें भी बेड मिल सके. फिलहाल मल्टी स्टोरी पार्किंग को अस्थायी कोविड वार्ड बनाया गया है.

जानकारी देते स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता
मल्टी स्टोरी पार्किंग को बंद करने को लेकर बन्ना गुप्ता ने कहा कि जहां पर 350 गाड़ियों को पार्क करने के लिए पार्किंग स्टोरेज बनाया गया है, वो तकनीकी रूप से सही नहीं है, इसलिए पार्किंग स्टोरेज को बंद कर दिया जाएगा और पार्किंग को नई जगह बनाने का विचार किया जाएगा. रिम्स परिसर में पार्किंग की समस्या को देखते हुए पूर्ववर्ती रघुवर सरकार के शासनकाल में 14 करोड़ की लागत से मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण कराया गया था. जिससे पार्किंग की समस्या पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता था. लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मौजूदा हेमंत सरकार ने पार्किंग स्थल में कोविड वार्ड बनवाया. अब फिर से इसे रिकंस्ट्रक्शन कर वार्ड बना दिए जाएंगे जिससे मरीजों को तो जरूर राहत मिलेगी लेकिन पार्किंग की समस्या बरकरार रहेगी.

इसे भी पढ़ें- रिम्स मल्टी स्टोरेड पार्किंग बिल्डिंग में तैयार हो रहा 350 बेड, सीएम ने किया निरीक्षण


कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर पार्किंग को बनाया गया था अस्पताल

मई के महीने में झारखंड में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े. राज्य में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार भी युद्धस्तर पर तैयारी की. इसी के मद्देनजर रिम्स के प्रशासनिक भवन के पास बने मल्टीस्टोरेज पार्किंग को कोविड वार्ड में तब्दील किया गया. इस पार्किंग स्टोरेज को 325 ऑक्सीजन युक्त बेड कोविड वॉर्ड के तौर पर विकसित किया गया.

इससे पहले अप्रैल के महीने में राज्य में कोरोना के बढ़ते प्रकोप और अस्पताल में घटती बेड की संख्या को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा कई तरह के विकल्प की तलाश कर रहा. इसी को लेकर रिम्स की पार्किंग एरिया में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड लगाने पर काम किया गया. जिसके बाद चंद दिनों में मल्टी स्टोरी पार्किंग एरिया को एक अस्पताल का रूप दे दिया गया. साथ ही साथ ऑक्सीजन की भी व्यवस्था पार्किंग में की जाएगी.

पार्किंग में लगने वाली गाड़ियों को फिलहाल बाहर ही लगाया जाएगा. वहां पर जल्द ही जिला प्रशासन की तरफ से भेजे गए लोगों की ओर से टेंट और ऑक्सीजन पाइप की व्यवस्था की जा रही है. अप्रैल के महीने में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिम्स मल्टी स्टोरेड पार्किंग बिल्डिंग में तैयार हो रहे 350 बेड और इमरजेंसी 50 बेड वाले ऑक्सीजनयुक्त कोविड वार्ड का निरीक्षण किया. इस दौरान सीएम ने कहा राज्य सरकार ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड बढ़ाने को लेकर निरंतर प्रयासरत है. रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो जैसे बड़े शहरों में संक्रमित मरीजों का दबाव ज्यादा है.

Last Updated : Aug 31, 2021, 10:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.