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संभावित थर्ड वेव से निपटने के लिए कितना तैयार है झारखंड, वैक्सीन पर राजनीति क्यों, स्वास्थ्य मंत्री से एक्सक्लूसिव बातचीत

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Published : Jul 14, 2021, 8:39 PM IST

Updated : Jul 14, 2021, 8:50 PM IST

भारत में कोरोना वायरस(Corona Virus) की दूसरी लहर ने भयंकर तबाही मचाई थी. शायद ही कोई होगा जिसने किसी अपने या पहचान वाले को न खोया हो. कोरोना की दूसरी(Second Wave of Corona) लहर में ऑक्सीजन के लिए पूरा भारत बेबस नजर आ रहा था. अब कोरोना की तीसरी लहर(Third Wave of Corona) को लेकर आशंका जताई जा रही है. कई डॉक्टर कर रहे हैं कि तीसरी लहर बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर सकती है. इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत (ETV Bharat) ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से बात की. बन्ना गुप्ता ने ऑक्सीजन की व्यवस्था से लेकर वैक्सीनेशन सेंटर(Vaccination center) पर भीड़ तक के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया.

Health Minister Banna Gupta on  third wave of Corona
बन्ना गुप्ता से खास बातचीत

रांची: कोरोना के सेकेंड वेव(Second Wave of Corona) ने जो जख्म दिए हैं उसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती है. शायद ही कोई होगा जिसने अपने या किसी पहचान वाले को न खोया हो. सबसे ज्यादा नुकसान ऑक्सीजन की कमी के कारण हुआ. अब इस बहरूपिए वायरस के थर्ड वेव की आशंका जतायी जा रही है. लिहाजा, सबसे ज्यादा ऑक्सीजन व्यवस्था पर फोकस किया जा रहा है. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता(Health Minister Banna Gupta) को यह जानकर हैरानी हुई कि रांची के रिम्स और सदर अस्पताल में पीएसए प्लांट(PSA Plant) तो स्थापित हो चुका है फिर भी वार्ड से ऑक्सीजन पाइप कनेक्ट नहीं हुआ है. जबकि यह बहुत मामूली काम है. इस सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए कहा कि अधूरे काम को जल्द ठीक कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार बेहद गंभीर है. यही वजह है कि 50 बेड वाले निजी अस्पतालों को भी ऑक्सीजन सुविधा से लैस होना अनिवार्य कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें: जमेशदपुर दौरे पर स्वास्थ्यमंत्री बन्ना गुप्ता, तीसरी वेव की तैयारियों का लिया जायजा

जब वैक्सीन सीमित है फिर सेंटर पर भीड़ क्यों

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता(Health Minister Banna Gupta) से जब पूछा गया कि जब जुलाई माह में 25 लाख वैक्सीन ही मिलना है, फिर वैक्सीन सेंटर पर लोगों की भीड़ क्यों जुट रही है. कहीं केंद्र सरकार को बदनाम करने के लिए राजनीति तो नहीं हो रही है. इस सवाल का स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सीधे-सीधे जवाब नहीं दिया. कवि अंदाज में कविता सुनाकर केंद्र पर निशाना साध डाला. उन्होंने कहा कि जब जुल्मतें बढ़ जाएं हद तक, तो एक लौ जलाना लाजिम है, जब हाकिम भी गुमराह करे, आवाज उठाना लाजिम है. उन्होंने कहा कि क्या हमें केंद्र पर सवाल उठाने का हक नहीं है? क्यों ऊंट के मुंह में जीरा की तरह वैक्सीन दिया जा रहा है? क्यों कहा कि गया कि झारखंड में 37 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद हुआ है जबकि 4 प्रतिशत ही वेस्टेज था? क्यों झारखंड के माथे पर कलंक पोतने की कोशिश की गई? वैक्सीनेशन की अव्यवस्था से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र ने बजट में 35 हजार करोड़ का प्रावधान कर राज्यों को क्यों टीका खरीदने को कहा? यहां टीका को लेकर लोगों में अविश्वास था. लेकिन राज्य सरकार ने लोगों को जागरूक किया. खुद केंद्र सरकार अपनी बातों से मुकरती रहती है.

स्वास्थ्य मंत्री से बातचीत करते ब्यूरो चीफ राजेश सिंह

फ्री वैक्सीन वाले फॉर्म पर सीएम की तस्वीर क्यों

इस सवाल के जवाब में बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड में 57 लाख लोगों को आयुष्मान से जोड़ा गया है. इसमें 29 लाख लोगों को पैसा राज्य सरकार देती है. ऐसे में उनलोगों के कार्ड पर पीएम की तस्वीर नहीं होनी है. लिहाजा, सीएम की लगी तस्वीर वाला कार्ड देना गलत कैसे कहा जाएगा.

ये भी पढ़ें: कोरोना संक्रमण: स्वास्थ्यमंत्री बन्ना गुप्ता का बड़ा ऐलान, तीसरे फेज में अमेरिका की तर्ज पर प्रशिक्षित किए जाएंगे डॉक्टर

ब्लैक फंगस की भेंट क्यों चढ़ गई उषा देवी, जिम्मेवार कौन

ब्लैक फंगस से संक्रमित उषा देवी के इलाज में लापरवाही क्यों हुई. क्यों हाईकोर्ट के आदेश के बाद ऑपरेशन हुआ. उनकी जान चली गई. जिम्मेवार कौन है. इस सवाल के जवाब में बन्ना गुप्ता ने रिम्स प्रबंधन का बचाव किया. उन्होंने कहा कि हमारे डॉक्टर सक्षम हैं. लेकिन उषा देवी के परिजन ही उन्हें बाहर ले जाना चाहते थे. जिसकी वजह से देरी हुई. उनके निधन पर बेहद अफसोस है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उषा देवी के इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई है.

झारखंड में थर्ड वेव की आशंका कबतक

इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार अपने स्तर से हर परिस्थिति से मुकाबला करने की तैयारी में जुटी हुई है. आए दिन देश-विदेश के प्रख्यात शिशु चिकित्सक और कार्डियोलॉजिस्ट से चर्चा हो रही है. राज्य के सभी चिकित्सकों को बताया जा रहा है कि अगर ऐसी नौबत आई तो किस तरह से इलाज करना है. एस्ट्रॉयड का कितना इस्तेमाल होना है. उन्होंने कहा कि ईश्वर न करे कि थर्ड वेव आए. फिर भी तमाम आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए तैयारी की जा रही है.

रांची: कोरोना के सेकेंड वेव(Second Wave of Corona) ने जो जख्म दिए हैं उसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती है. शायद ही कोई होगा जिसने अपने या किसी पहचान वाले को न खोया हो. सबसे ज्यादा नुकसान ऑक्सीजन की कमी के कारण हुआ. अब इस बहरूपिए वायरस के थर्ड वेव की आशंका जतायी जा रही है. लिहाजा, सबसे ज्यादा ऑक्सीजन व्यवस्था पर फोकस किया जा रहा है. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता(Health Minister Banna Gupta) को यह जानकर हैरानी हुई कि रांची के रिम्स और सदर अस्पताल में पीएसए प्लांट(PSA Plant) तो स्थापित हो चुका है फिर भी वार्ड से ऑक्सीजन पाइप कनेक्ट नहीं हुआ है. जबकि यह बहुत मामूली काम है. इस सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए कहा कि अधूरे काम को जल्द ठीक कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार बेहद गंभीर है. यही वजह है कि 50 बेड वाले निजी अस्पतालों को भी ऑक्सीजन सुविधा से लैस होना अनिवार्य कर दिया गया है.

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जब वैक्सीन सीमित है फिर सेंटर पर भीड़ क्यों

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता(Health Minister Banna Gupta) से जब पूछा गया कि जब जुलाई माह में 25 लाख वैक्सीन ही मिलना है, फिर वैक्सीन सेंटर पर लोगों की भीड़ क्यों जुट रही है. कहीं केंद्र सरकार को बदनाम करने के लिए राजनीति तो नहीं हो रही है. इस सवाल का स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सीधे-सीधे जवाब नहीं दिया. कवि अंदाज में कविता सुनाकर केंद्र पर निशाना साध डाला. उन्होंने कहा कि जब जुल्मतें बढ़ जाएं हद तक, तो एक लौ जलाना लाजिम है, जब हाकिम भी गुमराह करे, आवाज उठाना लाजिम है. उन्होंने कहा कि क्या हमें केंद्र पर सवाल उठाने का हक नहीं है? क्यों ऊंट के मुंह में जीरा की तरह वैक्सीन दिया जा रहा है? क्यों कहा कि गया कि झारखंड में 37 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद हुआ है जबकि 4 प्रतिशत ही वेस्टेज था? क्यों झारखंड के माथे पर कलंक पोतने की कोशिश की गई? वैक्सीनेशन की अव्यवस्था से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र ने बजट में 35 हजार करोड़ का प्रावधान कर राज्यों को क्यों टीका खरीदने को कहा? यहां टीका को लेकर लोगों में अविश्वास था. लेकिन राज्य सरकार ने लोगों को जागरूक किया. खुद केंद्र सरकार अपनी बातों से मुकरती रहती है.

स्वास्थ्य मंत्री से बातचीत करते ब्यूरो चीफ राजेश सिंह

फ्री वैक्सीन वाले फॉर्म पर सीएम की तस्वीर क्यों

इस सवाल के जवाब में बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड में 57 लाख लोगों को आयुष्मान से जोड़ा गया है. इसमें 29 लाख लोगों को पैसा राज्य सरकार देती है. ऐसे में उनलोगों के कार्ड पर पीएम की तस्वीर नहीं होनी है. लिहाजा, सीएम की लगी तस्वीर वाला कार्ड देना गलत कैसे कहा जाएगा.

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ब्लैक फंगस की भेंट क्यों चढ़ गई उषा देवी, जिम्मेवार कौन

ब्लैक फंगस से संक्रमित उषा देवी के इलाज में लापरवाही क्यों हुई. क्यों हाईकोर्ट के आदेश के बाद ऑपरेशन हुआ. उनकी जान चली गई. जिम्मेवार कौन है. इस सवाल के जवाब में बन्ना गुप्ता ने रिम्स प्रबंधन का बचाव किया. उन्होंने कहा कि हमारे डॉक्टर सक्षम हैं. लेकिन उषा देवी के परिजन ही उन्हें बाहर ले जाना चाहते थे. जिसकी वजह से देरी हुई. उनके निधन पर बेहद अफसोस है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उषा देवी के इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई है.

झारखंड में थर्ड वेव की आशंका कबतक

इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार अपने स्तर से हर परिस्थिति से मुकाबला करने की तैयारी में जुटी हुई है. आए दिन देश-विदेश के प्रख्यात शिशु चिकित्सक और कार्डियोलॉजिस्ट से चर्चा हो रही है. राज्य के सभी चिकित्सकों को बताया जा रहा है कि अगर ऐसी नौबत आई तो किस तरह से इलाज करना है. एस्ट्रॉयड का कितना इस्तेमाल होना है. उन्होंने कहा कि ईश्वर न करे कि थर्ड वेव आए. फिर भी तमाम आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए तैयारी की जा रही है.

Last Updated : Jul 14, 2021, 8:50 PM IST
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