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सोशल मीडिया ने खत्म किया ग्रीटिंग कार्ड ट्रेंड, दुकानदारों को नहीं मिलते हैं खरीदार - क्रिसमस पर्व में ग्रीटिंग कार्ड्स

रांची में एक तरफ क्रिसमस की धूम मची हुई है. वहीं सोशल साइट्स की वजह से अब ग्रीटिंग कार्ड्स गायब हो गए हैं. लोग एक दूसरे को डिजिटल ग्रीटिंग्स भेजकर शुभकामना संदेश दे रहे हैं.

Digital Greetings in Ranchi
सोशल मीडिया ने खत्म किया ग्रीटिंग कार्ड ट्रेंड
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Published : Dec 25, 2019, 1:21 PM IST

रांची: क्रिसमस में ग्रीटिंग कार्ड्स को लेकर गजब का क्रेज रहता था. लेकिन अब यह क्रेज धीरे-धीरे घट ही जा रहा है. सोशल मीडिया, व्हाट्सएप, फेसबुक के दौर में लोग एक दूसरे को डिजिटल ग्रीटिंग्स भेजकर शुभकामना संदेश दे रहे हैं. ऐसे में कागज के ग्रीटिंग कार्ड्स का क्रेज धीरे-धीरे घट गया है. रांची में क्रिसमस को लेकर कई ऐसे क्रिसमस बाजार सजा है, लेकिन यहां भी दुकानदार ग्रीटिंग कार्ड्स की जगह अन्य गिफ्ट आइटम को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं.

देखें पूरी खबर

क्रिसमस के मौके पर एक दूसरे को ग्रीटिंग कार्ड देकर शुभकामना संदेश देना यह काफी पुरानी परंपरा रही है, लेकिन अब धीरे-धीरे यह ट्रेंड बदल रहा है. लोग एक दूसरे को डिजिटल तरीके से शुभकामना संदेश भेज रहे हैं. व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर, ट्विटर जैसे कई ऐसे सोशल प्लेटफॉर्म के माध्यम से शुभकामना संदेश का दौर शुरू है और यह ट्रेंड अब जोर पकड़ रहा है.

जबकि ग्रीटिंग्स देकर एक दूसरे को विश करना अब पुरानी परंपरा हो चली है. लोगों की माने तो अन्य गिफ्ट को लोग तवज्जो ज्यादा दे रहे हैं और उसी के जरिए एक दूसरे को शुभकामना संदेश भी दे रहे हैं. डिजिटल माध्यमों के जरिए भी संदेश भेजा जा रहा है. दुकानदारों की माने तो अब ग्रीटिंग कार्ड्स मंगवा कर दुकानों में रखना घाटा का सौदा हो रहा है. पर्व मनाने वाले लोग भी कहते हैं कि अगर जरूरत पड़ती है तो डिजिटल माध्यमों के जरिए विश कर दिये जाते हैं. अन्य गिफ्ट आइटम बाजार में भरे पड़े हैं ग्रीटिंग्स की कीमत पर ही बढ़िया से बढ़िया गिफ्ट आइटम भी उपलब्ध हैं. ऐसे में ग्रिटिंग कार्ड का क्रेज धीरे-धीरे घट गया है.

ये भी पढ़ें- संथाल में मंत्री रणधीर सिंह ने बचाई लाज, सारठ में पहली बार BJP का खिला कमल

ताज्जुब की बात तो यह है कि बड़े ब्रांड के ग्रीटिंग्स दुकानों को छोड़ दें, तो रांची में क्रिसमस को लेकर सजाए गए अधिकतर बाजारों में ग्रीटिंग कार्ड्स दिखे ही नहीं. काफी ढूंढने के बाद एक दुकान में लगभग 20 से 30 पीस ग्रीटिंग नजर आया, लेकिन उसके लिए भी खरीदार नहीं जुट रहे हैं.

रांची: क्रिसमस में ग्रीटिंग कार्ड्स को लेकर गजब का क्रेज रहता था. लेकिन अब यह क्रेज धीरे-धीरे घट ही जा रहा है. सोशल मीडिया, व्हाट्सएप, फेसबुक के दौर में लोग एक दूसरे को डिजिटल ग्रीटिंग्स भेजकर शुभकामना संदेश दे रहे हैं. ऐसे में कागज के ग्रीटिंग कार्ड्स का क्रेज धीरे-धीरे घट गया है. रांची में क्रिसमस को लेकर कई ऐसे क्रिसमस बाजार सजा है, लेकिन यहां भी दुकानदार ग्रीटिंग कार्ड्स की जगह अन्य गिफ्ट आइटम को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं.

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क्रिसमस के मौके पर एक दूसरे को ग्रीटिंग कार्ड देकर शुभकामना संदेश देना यह काफी पुरानी परंपरा रही है, लेकिन अब धीरे-धीरे यह ट्रेंड बदल रहा है. लोग एक दूसरे को डिजिटल तरीके से शुभकामना संदेश भेज रहे हैं. व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर, ट्विटर जैसे कई ऐसे सोशल प्लेटफॉर्म के माध्यम से शुभकामना संदेश का दौर शुरू है और यह ट्रेंड अब जोर पकड़ रहा है.

जबकि ग्रीटिंग्स देकर एक दूसरे को विश करना अब पुरानी परंपरा हो चली है. लोगों की माने तो अन्य गिफ्ट को लोग तवज्जो ज्यादा दे रहे हैं और उसी के जरिए एक दूसरे को शुभकामना संदेश भी दे रहे हैं. डिजिटल माध्यमों के जरिए भी संदेश भेजा जा रहा है. दुकानदारों की माने तो अब ग्रीटिंग कार्ड्स मंगवा कर दुकानों में रखना घाटा का सौदा हो रहा है. पर्व मनाने वाले लोग भी कहते हैं कि अगर जरूरत पड़ती है तो डिजिटल माध्यमों के जरिए विश कर दिये जाते हैं. अन्य गिफ्ट आइटम बाजार में भरे पड़े हैं ग्रीटिंग्स की कीमत पर ही बढ़िया से बढ़िया गिफ्ट आइटम भी उपलब्ध हैं. ऐसे में ग्रिटिंग कार्ड का क्रेज धीरे-धीरे घट गया है.

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ताज्जुब की बात तो यह है कि बड़े ब्रांड के ग्रीटिंग्स दुकानों को छोड़ दें, तो रांची में क्रिसमस को लेकर सजाए गए अधिकतर बाजारों में ग्रीटिंग कार्ड्स दिखे ही नहीं. काफी ढूंढने के बाद एक दुकान में लगभग 20 से 30 पीस ग्रीटिंग नजर आया, लेकिन उसके लिए भी खरीदार नहीं जुट रहे हैं.

Intro:रांची।

क्रिसमस पर्व में ग्रीटिंग कार्ड्स को लेकर गजब का क्रेज रहता था. लेकिन अब यह क्रेज धीरे-धीरे घट रहा है. सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ,फेसबुक के दौर में लोग एक दूसरे को डिजिटल ग्रीटिंग्स भेजकर शुभकामना संदेश दे रहे हैं. ऐसे में कागज के ग्रीटिंग कार्ड्स का क्रेज धीरे-धीरे घट गया है .रांची में क्रिसमस को लेकर कई ऐसे क्रिसमस बाजार सजा है.लेकिन यहां भी दुकानदार ग्रीटिंग कार्ड्स के जगह अन्य गिफ्ट आइटम को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं.


Body:क्रिसमस के मौके पर एक दूसरे को ग्रीटिंग कार्ड देकर शुभकामना संदेश देना यह काफी पुरानी परंपरा रही है .लेकिन अब धीरे-धीरे यह ट्रेंड बदल रहा है. लोग एक दूसरे को डिजिटल तरीके से शुभकामना संदेश भेज रहे हैं. व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर ट्विटर जैसे कई ऐसे सोशल मीडिया के माध्यम से शुभकामना संदेश का दौर शुरू है और यह ट्रेंड अब जोर पकड़ लिया है. जबकि ग्रीटिंग्स देकर एक दूसरे को विश करना अब पुरानी परंपरा हो चली है . लोगों की माने तो अन्य गिफ्ट को लोग तवज्जो ज्यादा दे रहे हैं और उसी के जरिए एक दूसरे को शुभकामना संदेश भी दे रहे हैं . डिजिटल माध्यमों के जरिए भी संदेश भेजा जा रहा है. दुकानदारों की मानें तो अब ग्रीटिंग कार्ड्स मंगवा कर दुकानों में रखना घटा का सौदा हो रहा है . पर्व मनाने वाले लोग भी कहते हैं कि अगर जरूरत पड़ता है तो डिजिटल माध्यमों के जरिए विश कर दिया जाता है. बाकी अन्य गिफ्ट आइटम बाजार में भरे पड़े हैं ग्रीटिंग्स के कीमत पर ही बढ़िया से बढ़िया गिफ्ट आइटम उपलब्ध है ऐसे में ग्रिटिंग कार्ड का क्रेज धीरे-धीरे घट गया है।


Conclusion:ताज्जुब की बात तो यह लगा कि बड़े ब्रांड के ग्रीटिंग्स दुकानों को छोड़ दे तो रांची में क्रिसमस को लेकर सजाए गए अधिकतर बाजारों में ग्रीटिंग कार्ड्स दिखी ही नहीं .काफी ढूंढने के बाद एक दुकान में लगभग 20 से 30 पीस ग्रीटिंग नजर आया लेकिन उसके लिए भी खरीदार नहीं जुट रहे हैं.

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