रांची: लॉकडाउन के मद्देनजर राज्य के विश्वविद्यालयों की ओर से विद्यार्थियों के पठन-पाठन को सुचारू रखने को लेकर क्या कुछ व्यवस्था की जा रही है. साथ ही राज्य सरकार के मानव संसाधन विभाग की गतिविधियों को जानने के उद्देश्य से राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के तमाम विश्वविद्यालय के कुलपतियों और मानव संसाधन विकास विभाग के पदाधिकारियों के साथ बातचीत की.
ये भी पढ़ें- खूंटी: लॉकडाउन के दौरान दो नाबालिग लड़कियों से गैंगरेप, 9 आरोपी गिरफ्तार
बेहतर प्रबंधन के भी निर्देश
देशव्यापी लॉकडाउन के तहत राज्य भर में लॉकडाउन है. इस वजह से राज्य के तमाम विश्वविद्यालयों में पठन-पाठन पूरी तरह प्रभावित है. विद्यार्थियों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. इसे लेकर राज्यपाल ने काउंसलिंग सेल के जरिए विद्यार्थियों की समस्याओं को सुनने को लेकर बेहतर प्रबंधन के भी निर्देश दिए हैं.
राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति ने भी दिए हैं विश्वविद्यालयों को कई सुझाव
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राज्य के तमाम विश्वविद्यालय के कुलपतियों को जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कई सुझाव दिए हैं. उन सुझावों पर भी अमल करना जरूरी है. इसलिए इस विकट परिस्थिति में विश्वविद्यालय प्रबंधकों को बेहतर तरीके से सामंजस्य बनाकर काम करना होगा.
ये भी पढ़ें- झारखंड में 3 और कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए, कोडरमा में पहला
गोद लिए गए गांव की भी विश्वविद्यालय दे ध्यान
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा की जिन विश्वविद्यालयों ने ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान को लेकर विभिन्न गांव को गोद लिया है, इस विकट परिस्थिति में उन गांव की ओर भी ध्यान दें और एनएसएस, एनसीसी की मदद लेकर गांव-गांव तक भोजन सामग्रियों के अलावे ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों पर भी ध्यान दें.
ऑनलाइन नामांकन की व्यवस्था सुनिश्चित करें
राज्यपाल ने कहा कि मार्च-अप्रैल माह के दौरान ही नए विद्यार्थी नामांकन के लिए विश्वविद्यालय पहुंचते हैं. उन विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय, ऑनलाइन व्यवस्था के तहत विद्यार्थियों का नामांकन सुनिश्चित कराएं. ताकि उनका भविष्य अधर में लटक न जाए.
ये भी पढ़ें- दूसरा पॉजिटिव मरीज के बाद जिला प्रशासन अलर्ट, मुंबई से 23 मार्च को पहुंचा था शख्स
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कई मायने में महत्वपूर्ण
इस वीसी के बाद तमाम विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ मानव संसाधन विभाग के सचिव और पदाधिकारियों ने भी विशेष रूप से उच्च शिक्षा को लेकर चर्चा की है. यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कई मायने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.