रांची: लोक आस्था का महापर्व छठ आज बुंडू के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर समेत मैनेजर तालाब और रानीचुंआ में पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया. उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बड़ी संख्या में छठव्रती पूरी श्रद्धा के साथ बुंडू के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर पहुंचे.
छठ के पावन गीतों को गुनगुनाते हुए धीमी चाल में छठव्रती सूर्य मंदिर स्थित तालाब पहुंचे. बुंडू के सूर्य मंदिर समेत सभी छठ घाटों और तालाबों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था. लंबे-लंबे ईंख की डालियों से सजे छठ घाट की छटा उदीयमान सूर्य से बेहद आकर्षक नजारा पेश कर रही थी. प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष को मनाया जाने वाला छठ की लोग पूरे वर्ष इंतजार करते हैं. छठ में घर आंगन और छठ घाट तक की सफाई का विशेष महत्व होता है. छठ स्वच्छता और पवित्रता का महापर्व माना जाता है. बच्चे, वृद्ध, युवा और महिलाएं सभी छठ का बेसब्री से इंतजार करते हैं.
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कोरोना संक्रमण काल के कारण सरकार के दिये गाइडलाइन के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी छठव्रती मास्क लगाकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचे. अन्य वर्षों की तरह इस बार छठ घाटों में बम-पटाखों का शोर कम रहा. लोग सरकार के आदेश का पालन करते हुए छठ की पूजा पूरी आस्था के साथ करते दिखाई दिए. कोरोना संक्रमण के बावजूद लोकआस्था के पावन पर्व छठ की भक्तिभाव में कोई कमी नहीं रही.