रांची: रांची में व्यवसायियों के बीच लगातार कॉल कर रंगदारी मांगने और धुर्वा के टेंट व्यवसायी के घर पर ताबड़तोड़ फायरिंग मामले में पुलिस ने पीएलएफआई के एरिया कमांडर सहित पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से एक कार्बाइन, एक पिस्टल, तीन कट्टा और 20 गोलियां बरामद की गई है.
रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने पूरे मामले का खुलासा किया. पूछताछ में आरोपियो ने बताया कि दिनेश गोप और अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा के इशारे पर वे रांची के व्यवसायियों के बीच दहशत फैलाकर रंगदारी वसूल रहे थे. इसके लिए चूहा जायसवाल वाट्सएप के वर्चुअल नंबर से कॉल कर रंगदारी मांगता है, नहीं देने पर फायरिंग जैसी घटना को तुलसी पाहन का ग्रुप अंजाम दे रहा था. संगठन के पास हथियार बनाने के लिए कई मिनी गन फैक्ट्रियां चल रही हैं. इसके लिए बैरल, स्प्रिंग सहित अन्य सामान जंगल तक पहुंचाए जाते हैं. राकेश खूंटी इलाके के जंगल में हथियार बनाने के बैरल व अन्य सामग्री पहुंचाता था.
कौन कौन हुए गिरफ्तार
गिरफ्तार उग्रवादियों में पीएलएफआई के एरिया कमांडर तुलसी पाहन, बबलू करमाली, राकेश कुमार दास, प्रदीप गाड़ी उर्फ लादेन और राजन मुंडा शामिल हैं. अपराधियों के पास से एक कार्बाइन, एक 7.65 का पिस्टल, तीन देसी कट्टा, 7.65 बोर की तीन गोलियां, नाइन एमएम की दस गोलियां, प्वाइंट 315 बोर की सात गोलियां और पांच मोबाइल बरामद किए गए हैं.
रंगदारी देने का विरोध पर की गई थी फायरिंग
सुर्या टेंट हाउस के मालिक सुर्यनारायण गुप्ता को रंगदारी के लिए 31 अक्टूबर को कॉल किया था. कॉल के बाद टेंट कारोबारी द्वारा रंगदारी मांगने का विरोध किया गया था. इसके बाद 13 नवंबर की देर रात टेंट हाउस कारोबारी के घर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी. इस फायरिंग में खुद तुलसी, राकेश, प्रदीप सहित अन्य शामिल थे. इस घटना के बाद रेस हुई पुलिस ने तुलसी सहित अन्य को दबोच लिया है. एरिया कमांडर तुलसी के खिलाफ ओरमांझी, अनगड़ा, तमाड़, नगड़ी, टाटीसिल्वे, धुर्वा, सदर थाना में रंगदारी, हत्या, आम्र्स एक्ट, 17 सीएलए एक्ट सहत अन्य धाराओं में करीब 20 मामले दर्ज हैं.
किराएदार बन छिपा था तुलसी पाहन, पुलिस ने दबोचा
तुलसी किराएदार बनकर शहर के खेलगांव इलाके में रह रहा था. वह प्राइवेट जॉब करने की बात कह किराएदार बना हुआ था. पुलिस को सूचना मिलने के बाद उसे दबोचा गया है. पुलिस के अनुसार लंबे समय से तुलसी रांची में रहा था. रंगदारी की रकम उठाने से लेकर कारोबारियों को धमकाने की जिम्मेदारी उसने ले रखी थी.
दिनेश गोप से दो बार मिला
पूछताछ में तुलसी ने बताया कि वह अबतक दो बार पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से मिल चुका है. दिनेश गोप से मिलने वह खूंटी के रनिया जंगल में गया था. दिनेश के अलावा अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा जायसवाल से भी मिला था. दिनेश और अवधेश ने हथियार देकर पूरे इलाके में कैडर बनाने और कारोबारियों में दहशत फैलाने की जिम्मेवारी दी थी.