रांची: अनुमंडल पदाधिकारी सदर से 20 लोगों के नाम की सूची तैयार कर निरोधात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है. इनमें ऐसे लोग चिन्हित किए गए हैं, जो पिछले कुछ दिनों से लगातार लॉकडाउन अनुपालन कराने में पुलिस के लिए बाधक बन रहे थे. इन्हें चिन्हित करते हुए डेटाबेस तैयार कर इनके नाम की सूची सदर एसडीओ को भेजी गई है. सदर एसडीओ की ओर से इन सभी आरोपियों को नोटिस भेजकर एसडीओ कोर्ट में हाजिरी लगाने का निर्देश दिया जाएगा.
इस कार्रवाई के अलावा हिंदपीढ़ी थाने में चार अलग-अलग एफआइआर भी दर्ज की गई है. हिंदपीढ़ी थाना प्रभारी ज्ञानरंजन सिंह ने बताया कि पूरे इलाके में हर स्तर पर सख्ती जारी है. बेवजह घूमने वालों, संक्रमण फैलाने वालों और लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ लगातार केस दर्ज किया जा रहा है. हिंदपीढ़ी थाने की पुलिस ने ठेला और होटल में जलेबी छानकर बेचने के मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं. इनमें हिंदपीढ़ी मोजाहिदनगर में ठेला लगाकर जलेबी छानने के आरोप में रहमतुल्लाह और साहब के खिलाफ के खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है.
ये भी पढ़ें: नक्सलियों से लोहा लेते झारखंड का लाल मुन्ना शहीद, मंगलवार को पहुंचेगा पार्थिव शरीर
जबकि निजाम नगर में होटल के भीतर जलेबी जानने के आरोप में अरमान और रियासत को नामजद आरोपी बनाया गया है. इनके अलावा तीसरी एफआईआर मोती मस्जिद के समीप रहने वाले मोहम्मद अलीमुद्दीन के खिलाफ दर्ज किया गया है, जो बिना मास्क के घूम रहा था. चौथी एफआईआर हिंदपीढ़ी सेकेंड स्ट्रीट के रहने वाले कासिम और अजमेर के खिलाफ दर्ज की गई है, जिन्होंने घर के बाहर जमावड़ा लगा रखा था.
हिंदपीढ़ी के सेंट्रल स्ट्रीट, ग्वालाटोली और भट्टी चौक की गलियों में दोपहर के बाद लोग लॉकडाउन का उलंघन कर रहे थे. बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ निकल आई थी, लेकिन हिंदपीढ़ी थाना प्रभारी ज्ञान रंजन सिंह और सीआरपीएफ जवानों का फ्लैग मार्च देख बाहर बेवजह घूम रहे लोग भाग खड़े हुए. सभी घरों में दुबक गए. इसके बाद पूरे इलाके में सन्नाटा पसर गया. शाम चार बजे से सीआरपीएफ के जवान पूरे इलाके में गश्त लगाकर लोगों को घर भेजते रहे. पाली डीएसपी अजीत कुमार विमल सहित अन्य अधिकारी लगातार भ्रमण सील रहे.