रांची: हरियाणा की कंपनी सीपीआईटी एडुटेक प्राइवेट लिमिटेड पर रांची के अरगोड़ा थाने में 77 लाख रुपए गबन का आरोप लगा है. इस मामले में थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
क्या है पूरा मामला
एफआईआर लोक चेतना फाउंडेशन की निदेशक माधवी कुमारी ने दर्ज कराई है. जिसमें कंपनी के निदेशक गौरव सुखौजा, मैनेजर दीपक कुकरेजा और प्रोजेक्ट प्रतिनिधि धीरज तांवर काे आरोपी बनाया है. इनपर 77 लाख रुपए धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. दर्ज एफआईआर में माधवी ने पुलिस को बताया कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत सीपीआईटी एडुटेक प्राइवेट लिमिटेड ने झारखंड सरकार से बोकारो और सरायकेला-खरसांवा में काम लिया. सरकार से काम लेने के बाद सीपीआईटी ने उनकी कंपनी को काम हैंड ओवर कर दिया.
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मामला दर्ज, छानबीन शुरू
माधवी कुमारी ने बताया है कि पूरा प्रोजेक्ट 1.80 लाख रुपए में पूरा करने पर सहमति बनी. समझौता के बाद नवंबर 2018 में काम शुरू कर दिया गया. अब तक 76.97 लाख रुपए प्रोजेक्ट में खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन सीपीआईटी ने मात्र 4.10 लाख रुपए का ही उन्हे भुगतान किया है.
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जान से मारने की भी धमकी
वहीं, शेष राशि की मांग की गई तो पहले वे टाल-मटोल करने लगे, फिर देने से इंकार कर दिया. साथ ही जान से मारने की भी धमकी दी है. माधवी ने पुलिस को बताया है कि लोन लेकर उन्होंने रुपए इन्वेस्ट किया है. अब परेशानी की स्थिति बन चुकी है. परेशान होकर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दिया है.