रांची: राजधानी के किसान अन्नू उरांव के खेतों मे लगे आम के पेड़ों मे इसबार भरपूर फल लगे हैं. इन आमों के बीच तरबूज की लहलहाती फसल ने इनकी आमदनी के साथ ही इनकी खुशियों मे भी कई गुना इजाफा किया है.
आम के आम और तरबूज के दाम
आपने 'आम के आम, गुठलियों के दाम' वाली कहावत सुनी होगी. इससे एक कदम आगे बढ़कर रांची के अन्नू उरांव ने एक नई कहावत गढ़ी है. वह है 'आम के आम और तरबूज के दाम'. दरअसल, अन्नू ने अपने खेतों मे करीब चार हजार आम के पेड़ लगाए थे. इन आमों के बीच उन्होंने तरबूज की फसल भी लगाई थी. अब आम से पेड़ लद गए हैं, वहीं, तरबूज की भी जबरदस्त पैदावार हुई है. अन्नू को दोनों से बंपर मुनाफे की उम्मीद है.
3 साल पहले लगाए आम के पेड़
अन्नू ने तीन साल पहले आम के ये पेड़ लगाए थे और इनपर अब कोई खर्च नहीं लगता. वहीं, तरबूज पर इनकी लागत करीब-करीब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से मिली राशि से पूरा हो गई. अन्नू बताते हैं कि आम और तरबूज को बेचकर जो भी रकम हाथ में आएगी. वह सब इनका विशुद्ध मुनाफा होगा.
आमदनी कई गुना बढ़ा ली
दोनों भाइयों को मिलाकर अन्नू के परिवार में कुल 8 लोग हैं. सभी मिलजुलकर खेती के काम में हाथ बंटाते हैं. ऊपर से नई और उम्दा तकनीक ने कृषि पर इनके खर्च को काफी कम कर दिया है. अपनी सूझबूझ और दूरदर्शिता और केन्द्र सरकार के सहयोग से आज कई किसानों ने अपनी आमदनी कई गुना बढ़ा ली है. फलदार वृक्षों के बीच सब्जियों की खेती का यह नुस्खा काफी नायाब साबित हुआ है.