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एक मरीज के कोरोना पॉजिटिव होने की अफवाह से मची खलबली, सच्चाई पता चलते ही मिली राहत

रांची में कोरोना के मरीज के होने की झूठी खबर आग की तरह फैल गई. दरअसल, शहर बड़े उद्योगपति की बेटी का कोरोना पॉजिटिव होने की झूठी खबर से लोगों में डर का माहौल बन गया. वहीं, समय रहते स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ती अफवाह की पुष्टि करते हुए उसे गलत बताया.

False news of being a corona positive patient in Ranchi
न्यूक्लियस मॉल
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Published : Mar 22, 2020, 8:33 AM IST

रांची: राजधानी में देर शाम कोरोना के एक पॉजिटिव मरीज होने की झूठी अफवाह ने पूरे शहर में खलबली मचा दी, दरअसल दोपहर से ही सोशल मीडिया पर एक सूचना प्रसारित की जा रही थी कि रांची के बड़े उद्योगपति, न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल की बेटी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनकी बेटी कुछ दिनों पहले ही अमेरिका से वापस लौटी है.

ये भी पढ़ें-कोरोना संक्रमण के जांच में असहयोग करने वालों की हो सकती है गिरफ्तारीः बादल पत्रलेख

धीरे-धीरे शाम तक यह खबर पूरे राजधानी वासियों के कान तक पहुंच गई जिसके बाद लोगों में एक डर का माहौल हो गया. लोगों के बीच कई तरह के चर्चा शुरू हो गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ विभाग हरकत में आया और चिकित्सकों की एक टीम शहर के बड़े व्यवसायी विष्णु अग्रवाल की बेटी की जांच की, जहां डॉक्टरों ने कहा कि उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं.

वहीं, आग की तरह खबर फैलने के बाद व्यवसायी विष्णु अग्रवाल को भी मीडिया और अधिकारियों के फोन आने लगे जिससे वह काफी घबरा गए और झूठी खबर को देखते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी बेटी का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव नहीं है. व्यवसायी विष्णु अग्रवाल खुद रिम्स पहुंचे और कोरोना पॉजिटिव होने की खबर को पूरी तरह गलत बताया.

रांची: राजधानी में देर शाम कोरोना के एक पॉजिटिव मरीज होने की झूठी अफवाह ने पूरे शहर में खलबली मचा दी, दरअसल दोपहर से ही सोशल मीडिया पर एक सूचना प्रसारित की जा रही थी कि रांची के बड़े उद्योगपति, न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल की बेटी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनकी बेटी कुछ दिनों पहले ही अमेरिका से वापस लौटी है.

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धीरे-धीरे शाम तक यह खबर पूरे राजधानी वासियों के कान तक पहुंच गई जिसके बाद लोगों में एक डर का माहौल हो गया. लोगों के बीच कई तरह के चर्चा शुरू हो गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ विभाग हरकत में आया और चिकित्सकों की एक टीम शहर के बड़े व्यवसायी विष्णु अग्रवाल की बेटी की जांच की, जहां डॉक्टरों ने कहा कि उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं.

वहीं, आग की तरह खबर फैलने के बाद व्यवसायी विष्णु अग्रवाल को भी मीडिया और अधिकारियों के फोन आने लगे जिससे वह काफी घबरा गए और झूठी खबर को देखते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी बेटी का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव नहीं है. व्यवसायी विष्णु अग्रवाल खुद रिम्स पहुंचे और कोरोना पॉजिटिव होने की खबर को पूरी तरह गलत बताया.

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