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बैंक के चार करोड़ रुपए लेकर भागे एजेंसी के कर्मचारी, ATM में पैसे डालने का मिला था जिम्मा - रांची

रांची के 20 अलग-अलग एटीएम में रुपए जमा कराने वाले 4.07 करोड़ रुपए का गबन कर लिया गया है. रुपए जमा कराने वाली कंपनी एसआइएस कैश सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के दो कस्टोडियन (कर्मियों) ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है. फिलहाल दोनों फरार हैं, पुलिस गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. आरोपी बिहार के रहने वाले हैं.

Crime in Ranchi, Ranchi Police, latest news of Jharkhand, रांची में अपराध, रांची पुलिस, झारखंड की ताजा खबरें, बैंक के पैसे गायब
सदर थाना रांची
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Published : Dec 19, 2019, 7:50 AM IST

रांची: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) के पैसे बड़े पैमाने पर गबन का मामला सामने आया है. रांची के 20 अलग-अलग एटीएम में रुपए जमा कराने वाले कर्मचारियों ने 4.07 करोड़ रुपए का गबन कर लिया गया है. यह गबन एटीएम में रुपए जमा कराने वाली कंपनी एसआईएस कैश सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के दो कस्टोडियन (कर्मियों) ने मिलकर की है. इन कर्मियों को एटीएम में जमा कराने के लिए नोट मिले, जिन्हें अपनी जेब में भरकर चंपत हो गए.

सदर थाना में मामला दर्ज
इसे लेकर रांची के सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. प्राथमिकी एसआइएस कैश सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंट मैनेजर सह ब्रांच इंचार्ज कंचन ओझा ने दर्ज कराई है. जिसमें कंपनी के कस्टोडियन बिहार के सुपौल जिला के थरबिटिया थाना क्षेत्र के चमेल्वा गांव निवासी गणेश ठाकुर और समस्तीपुर के मुसरीघरारी निवासी शिवम कुमार को नामजद आरोपी बनाया गया है. एफआईआर में कंचन ओझा ने बताया है कि बीते पांच दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच एटीएम में डाले जाने वाले रुपए को गायब किया गया है. इन रुपए को डालने के लिए कंपनी के दोनों कस्टोडियन को दिया गया था. इन लोगों ने एटीएम में न डालकर रुपए गायब कर लिये. सदर थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें- ABVP ने पलामू में निकाला समर्थन जुलूस, कहा-'CAA तो झांकी है, NRC अभी बाकी है'


दोनों कस्टोडियन का नंबर मिला बंद, तब मचा हड़कंप
बैंकों में नौ दिनों के अंदर 4, 0753000 रुपए का गबन किया गया है. बीते 15 दिसंबर को जब कस्टोडियन गणेश ठाकुर और शिवम कुमार का नंबर बंद मिला, तब किसी अनहोनी की आशंका से छानबीन की गई. उनके वर्तमान निवास स्थान पर ढूंढा गया लेकिन दोनों गायब मिले. इसके बाद एटीएम में डाली जाने वाली कैश का ऑडिट अधिकारियों ने किया. तब पता चला कि बैंक की ओर से दी गई पूरी रकम को एटीएम में नहीं डाला गया है. ऑडिट में पूरा खेल सामने आ गया. इसके बाद सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई.


एक डेढ़ महीने से तो दूसरा छह दिनों से कर रहा था काम
कस्टोडियन गणेश ठाकुर पिछले डेढ़ महीने से, जबकि शिवम पिछले छह दिनों से एटीएम में रुपए डालने का काम कर रहा था. दोनों एटीएम के लिए तय की गई रूट नंबर 106 में पैसे डालते थे. 15 दिसंबर को कंपनी के कॉल सेंटर से एक-एक कर दोनों को कॉल किया गया. दोनों का नंबर बंद मिला. तब उनकी खोजबीन शुरू की गई थी.

ये भी पढ़ें- चुनाव प्रचार के दौरान शब्दों की मर्यादा भूले नेता, जानिए किसने क्या कहा


इन इलाकों की एटीएम के थे रुपए
लालपुर एसबीआई, कोकर एसबीआई, कोकर यूबीआई, बीआईटी एसबीआई, ओरमांझी स्थित एसबीआई, हजारीबाग रोड एसबीआई सहित 20 एटीएम पर डाले जाने वाले रुपए थे. इनमें 15 एटीएम एसबीआई के, जबकि पांच यूबीआई के एटीएम में रुपए डाले जाने थे.

रांची: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) के पैसे बड़े पैमाने पर गबन का मामला सामने आया है. रांची के 20 अलग-अलग एटीएम में रुपए जमा कराने वाले कर्मचारियों ने 4.07 करोड़ रुपए का गबन कर लिया गया है. यह गबन एटीएम में रुपए जमा कराने वाली कंपनी एसआईएस कैश सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के दो कस्टोडियन (कर्मियों) ने मिलकर की है. इन कर्मियों को एटीएम में जमा कराने के लिए नोट मिले, जिन्हें अपनी जेब में भरकर चंपत हो गए.

सदर थाना में मामला दर्ज
इसे लेकर रांची के सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. प्राथमिकी एसआइएस कैश सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंट मैनेजर सह ब्रांच इंचार्ज कंचन ओझा ने दर्ज कराई है. जिसमें कंपनी के कस्टोडियन बिहार के सुपौल जिला के थरबिटिया थाना क्षेत्र के चमेल्वा गांव निवासी गणेश ठाकुर और समस्तीपुर के मुसरीघरारी निवासी शिवम कुमार को नामजद आरोपी बनाया गया है. एफआईआर में कंचन ओझा ने बताया है कि बीते पांच दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच एटीएम में डाले जाने वाले रुपए को गायब किया गया है. इन रुपए को डालने के लिए कंपनी के दोनों कस्टोडियन को दिया गया था. इन लोगों ने एटीएम में न डालकर रुपए गायब कर लिये. सदर थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.

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दोनों कस्टोडियन का नंबर मिला बंद, तब मचा हड़कंप
बैंकों में नौ दिनों के अंदर 4, 0753000 रुपए का गबन किया गया है. बीते 15 दिसंबर को जब कस्टोडियन गणेश ठाकुर और शिवम कुमार का नंबर बंद मिला, तब किसी अनहोनी की आशंका से छानबीन की गई. उनके वर्तमान निवास स्थान पर ढूंढा गया लेकिन दोनों गायब मिले. इसके बाद एटीएम में डाली जाने वाली कैश का ऑडिट अधिकारियों ने किया. तब पता चला कि बैंक की ओर से दी गई पूरी रकम को एटीएम में नहीं डाला गया है. ऑडिट में पूरा खेल सामने आ गया. इसके बाद सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई.


एक डेढ़ महीने से तो दूसरा छह दिनों से कर रहा था काम
कस्टोडियन गणेश ठाकुर पिछले डेढ़ महीने से, जबकि शिवम पिछले छह दिनों से एटीएम में रुपए डालने का काम कर रहा था. दोनों एटीएम के लिए तय की गई रूट नंबर 106 में पैसे डालते थे. 15 दिसंबर को कंपनी के कॉल सेंटर से एक-एक कर दोनों को कॉल किया गया. दोनों का नंबर बंद मिला. तब उनकी खोजबीन शुरू की गई थी.

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इन इलाकों की एटीएम के थे रुपए
लालपुर एसबीआई, कोकर एसबीआई, कोकर यूबीआई, बीआईटी एसबीआई, ओरमांझी स्थित एसबीआई, हजारीबाग रोड एसबीआई सहित 20 एटीएम पर डाले जाने वाले रुपए थे. इनमें 15 एटीएम एसबीआई के, जबकि पांच यूबीआई के एटीएम में रुपए डाले जाने थे.

Intro:बैंकों के चार करोड़ लेकर भागे एजेंसी के कर्मचारी ,एटीएम में पैसे जमा करने का मिला था जिम्मा


रांची के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) बैंक के पैसे बड़े पैमाने पर गबन का मामला सामने आया है। रांची के 20 अलग-अलग एटीएमों में रुपये जमा कराने वाले 4.07 करोड़ रुपये का गबन कर लिया गया है। यह गबन एटीएम में रुपये जमा कराने वाली कंपनी एसआइएस कैश सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के दो कस्टोडियन (कर्मियों) ने मिलकर की है। इन कर्मियों को एटीएम में जमा कराने के लिए नोट मिले, जिन्हें अपनी जेब में भरकर चंपत हो गए।

सदर थाना में मामला दर्ज
इसे लेकर रंचि के सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी एसआइएस कैश सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंट मैनेजर सह ब्रांच इंचार्ज कंचन ओझा ने दर्ज कराई है। जिसमें कंपनी के कस्टोडियन बिहार के सुपौल जिला के थरबिटिया थाना क्षेत्र के चमेल्वा गांव निवासी गणेश ठाकुर और समस्तीपुर के मुसरीघरारी निवासी शिवम कुमार को नामजद आरोपी बनाया गया है। एफआइआर में कंचन ओझा ने बताया है कि बीते पांच दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच एटीएम में डाले जाने वाले रुपये को गायब किया गया है। इन रुपये को डालने के लिए कंपनी के दोनों कस्टोडियन को दिया गया था। इन लोगों ने एटीएमों में न डालकर रुपिये गायब कर लिया। सदर थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।


दोनों कस्टोडियन का नंबर मिला बंद, तब मचा हड़कंप :

बैंकों में नौ दिनों के भीतर 40753000 रुपये का गबन किया गया है। बीते 15 दिसंबर को जब कस्टोडियन गणेश ठाकुर और शिवम कुमार का नंबर बंद मिला, तब किसी अनहोनी की आशंका से छानबीन की गई। उनके वर्तमान निवास स्थान पर ढूंढा गया। लेकिन दोनों गायब मिले। इसके बाद एटीएमों में डाली जाने वाली कैश का ऑडिट अधिकारियों ने किया। तब पता चला कि बैंक की ओर से दिए गए रुपये के पूरी रकम को एटीएम में नहीं डाला गया है। ऑडिट में पूरा खेल सामने आ गया। इसके बाद सदर थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई।


एक डेढ़ महीने से दूसरा छह दिनों से कर हा था काम :

कस्टोडियन गणेश ठाकुर पिछले डेढ़ महीने से, जबकि शिवम पिछले छह दिनों से एटीएम में रुपये डालने का काम कर रहा था। दोनों एटीएमों के लिए तय की गई रूट नंबर 106 में पैसे डालते थे। 15 दिसंबर को कंपनी के कॉल सेंटर से एक-एक कर दोनों को कॉल किया गया। दोनों का नंबर बंद मिला। तब उनकी खोजबीन शुरू की गई थी।


इन इलाकों की एटीएम के थे रुपये :

लालपुर एसबीआई, कोकर एसबीआई, कोकर यूबीआई, बीआइटी एसबीआई, ओरमांझी स्थित एसबीआई, हजारीबाग रोड एसबीआई सहित 20 एटीएम पर डाले जाने वाली रुपये थे। इनमें 15 एटीएम एसबीआई के, जबकि पांच यूबीआई के एटीएम में रुपये डाले जाने थे।





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