रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों से किए गए अपील के बाद बिजली कंपनियों के लिए संकट खड़ा हो गया है. हालांकि, प्रधानमंत्री की अपील को देखते हुए बिजली कंपनियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है और देशवासियों से आग्रह किया है कि 5 अप्रैल को रात 9 बजे सिर्फ अपने घरों की बिजली बंद करें न कि पंखा फ्रीज, टीवी, एसी या अन्य उपकरण.
इसी के मद्देनजर झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने भी राज्य वासियों से अपील किया है कि रविवार 5 अप्रैल को रात 9 बजे सिर्फ घर की बत्तियां बंद करें और पंखा टीवी या फिर अन्य उपकरण को न बंद करें. इससे ग्रीड असंतुलित हो सकता है. वहीं, ग्रिड के असंतुलित होने से पूरे राज्य में ब्लैकआउट की भी समस्या आ सकती है.
जेबीवीएनएल के बिजली आपूर्ति पदाधिकारी संजय कुमार बताते हैं कि अगर पूरे राज्यवासी अपने घरों की बत्ती एक साथ बंद करेंगे तो इससे ग्रिड पर बिजली का लोड असंतुलित हो जाएगा. क्योंकि बिजली का निर्माण उतना ही किया जाता है जितनी उसकी जरूरत होती है और बिजली को स्टोर भी नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि 5 अप्रैल को रात 9 बजे प्रधानमंत्री के आवाहन को देखते हुए बिजली विभाग के सभी उच्च अधिकारियों से लेकर कनीय अधिकारियों तक अलर्ट मोड पर हैं ताकि पूरे राज्यवासियों के द्वारा 9 मिनट तक एक साथ बिजली बंद करने पर पावर प्लांट पर किसी तरह का कोई प्रभाव न पड़े, जिससे राज्यवासियों को बिजली की दिक्कत न हो.
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बता दें कि कोरोना के इस लड़ाई में एकता दिखाने के लिए प्रधानमंत्री ने भारतवासियों से 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट तक लाइट बंद कर अपने घर के दरवाजे पर मोमबत्ती, दिया या फिर टॉर्च लाइट जलाने की अपील की है, जिसके बाद पूरे देश में बिजली कंपनियों के द्वारा लोड शैडिंग होने की संभावना जताई गई है.