रांची: पिछले दो साल से ईद का त्योहार धूमधाम से नहीं मनाया जा रहा था. कोरोना संक्रमण नियंत्रित हुआ तो इस साल मुस्लिम समाज धूमधाम से ईद का त्योहार मनाने की तैयारी में जुट गए हैं. इसे लेकर रांची में ईद का बाजार सज गए हैं. बड़ी संख्या में खरीदार भी बाजार में जुट रहे हैं. इससे बाजार में ईद की रौनक दिखने लगी है.
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ईद के बाजार में कपड़े की दुकान, सेवईयां और रंग-बिरंगे टोपियों की दुकाने सज गईं हैं. इन दुकानों पर बड़ी संख्या में ग्राहक भी पहुंच रहे हैं. दुकानदारों ने बताया कि 2 साल के बाद ईद का बाजार सजा है. इससे लोग भी बाजार में पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि बाजार में 60 रुपये से 700 रुपये तक के टोपी बिक रहे हैं. इसमें रूमानी, तालिबानी, ओमानी और पठानी टोपी प्रमुख हैं. हालांकि इस साल ओवैसी टोपी की डिमांड काफी है.
अंजुमन इस्लामिया के सदस्य मो. मुख्तार कहते हैं कि रमजान और ईद के मौके पर टोपी का महत्व बढ़ जाता है. उन्होंने कहा कि टोपी के बिना ईद की नमाज अदाएगी नहीं की जा सकती है. एकरा मस्जिद के मौलवी मो. अशरफ कहते हैं कि रमजान में टोपी का महत्व बढ़ जाता है. इससे बाजार में टोपी की खरीदारों की संख्या अधिक दिख रही है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष महंगाई की मार ईद के बाजार पर भी पड़ रहा है.
टोपी खरीदने पहुंचे ग्राहकों ने बताया कि इस वर्ष रांची के बाजार में रंग बिरंगे टोपी उपलब्ध हैं. इसमें दर्जनों प्रकार के टोपी हैं, लेकिन ओवैसी टोपी को खूब पसंद किया जा रहा है. टोपी बेचने वाले दुकानदार ने कहा कि इस साल टोपी की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल अफगानी टोपी की कीमत 60 रुपये से लेकर 120 रुपये थी, जो बढ़कर इस साल 80 रुपये से 200 रुपये तक हो गई है. उन्होंने कहा कि ओमानी और पठानी टोपी की कीमत 250 से 300 रुपये है.