रांची: चिट फंड के जरिए आम लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले डीजेएन ग्रुप (DJN Group) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है. प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को कोतवाली थाना क्षेत्र के लालजी हिरजी रोड के सत्यगंगा आर्केड में ग्राउंड फ्लोर पर स्थित डीजेएन ज्वेलर्स (DJN Jewelers) के दफ्तर को सील कर दिया है. इससे पहले मंगलवार को भी डीजेएन फाइनेंस कंपनी के खिलाफ ईडी ने कार्रवाई करते हुए कंपनी के निदेशक जितेंद्र मोहन (अब मृत) की 33 लाख 74 हजार 390 रुपये की अचल संपत्ति जब्त की थी.
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नोटिस चिपकाया गया
ईडी की टीम ने गुरुवार को डीजेएन के बंद पड़े दफ्तर के बाहर नोटिस चिपकाया है. डीजेएन ज्वेलर्स के विपिन कुमार के द्वारा 21 नवंबर 2014 को इस अचल संपत्ति की खरीद की गई थी. इसके बाद यहां डीजेएन ज्वेलर्स का संचालन हो रहा था. इससे पहले ईडी की टीम ने बीते 31 अगस्त को डीजेएन ग्रुप के 33.74 लाख रुपये की चल और अचल संपत्ति जब्त की थी.
1.66 करोड़ की संपत्ति हुई थी पूर्व में जब्त
2 जनवरी 2020 को डीजेएन ग्रुप की 1.66 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति ईडी की टीम ने जब्त की थी. ईडी ने यह कार्रवाई मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत की थी. जब्त संपत्ति में गढ़वा, लातेहार और रांची जिले में ग्रुप की जमीन, अचल संपत्ति के अलावा इस ग्रुप के 14 बैंक खातों में रखे 5.73 लाख रुपये नकद और पांच गाड़ियां, जिसकी कीमत 59.57 रुपये थी. जब्त संपत्ति डीजेएन ग्रुप के जितेंद्र मोहन (अब मृत), विशाल कुमार सिन्हा, प्रशांत कुमार, मेसर्स डीजेएन ज्वेलर्स, राम किशुन ठाकुर और डीजेएन ग्रुप की सहयोगी संस्थाओं से संबंधित थे.