रांचीः मंगलवार को ईडी ने आईएएस अधिकारियों के करीबी माने जाने वाले विशाल चौधरी से लंबी पूछताछ की(ED interrogated Vishal Chaudhary). पूछताछ में विशाल चौधरी ने कई अहम जानकारियां ईडी को दी हैं. जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
समन देकर बुलाया गया था विशाल कोः झारखंड के आईएएस लॉबी में मजबूत पकड़ रखने वाले विशाल चौधरी को ईडी ने समन जारी कर पूछताछ के लिए मंगलवार को ईडी दफ्तर बुलाया था. पूर्व में ईडी ने 24 मई को विशाल के कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी. हालांकि छापेमारी के बाद से विशाल से पूछताछ नहीं हुई थी. प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद एजेंसी ने विशाल को तलब किया है. मंगलवार की सुबह विशाल रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित हुआ था. जहां उससे देर शाम तक पूछताछ की गई(ED interrogated Vishal Chaudhary).
सरकारी ठेकों व कामकाज में हस्तक्षेपः विशाल चौधरी के बारे में ईडी को जानकारी मिली थी कि आईएएस अधिकारियों के करीबी होने की वजह से सरकारी ठेकों और कामकाज में भी उसका हस्तक्षेप होता था. विशाल के यहां भी कई आईएएस अधिकारियों का आना जाना था. बताया जाता है कि सरकारी फाइलें भी विशाल के यहां से निपटायी जाती थी.
संबंधों का इस्तेमाल कर हुआ मालामालः विशाल चौधरी ने अपने आईएएस अधिकारियों के साथ संबंधों का इस्तेमाल करते हुए, स्वास्थ्य, स्किल डेवलपमेंट से जुड़े काम किए. कोविड के दौरान उसने स्वास्थ्य विभाग को कोरोना किट की सप्लाई की, जिससे उसने खूब कमाई की. साल 2012 में विशाल ने विनायका फंडामेंटल रिसर्च एंड एजुकेशन सोसयटी की स्थापना की. इसके बाद वह स्किल डेवलपमेंट मिशन का पार्टनर बन बैठा. जिसमें उसने विभाग से प्रत्येक साल 3000 युवाओं के स्किल डेवलमेंट का एमओयू किया. इससे पहले 25 मई 2009 को विशाल ने एक कंपनी फ्रंटलाइन प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की थी. इस कंपनी में उसकी पत्नी श्वेता सिंह चौधरी और भाई त्रिवेणी चौधरी निदेशक हैं. इसके अलावे भी उसने कई कंपनियां अपने परिजनों के नाम पर खोली थीं.
ED INQUIRY: आईएएस अधिकारियों के करीबी विशाल चौधरी से पूछताछ, दी अहम जानकारियां
रांची में ईडी की कार्रवाई जारी है. ई़डी जोनल कार्यालय में आईएएस अधिकारियों के बीच गहरी पैठ रखने वाले विशाल चौधरी से पूछताछ (ED interrogated Vishal Chaudhary)की गई. जिसमें उसने कई अहम जानकारियां दी.
रांचीः मंगलवार को ईडी ने आईएएस अधिकारियों के करीबी माने जाने वाले विशाल चौधरी से लंबी पूछताछ की(ED interrogated Vishal Chaudhary). पूछताछ में विशाल चौधरी ने कई अहम जानकारियां ईडी को दी हैं. जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
समन देकर बुलाया गया था विशाल कोः झारखंड के आईएएस लॉबी में मजबूत पकड़ रखने वाले विशाल चौधरी को ईडी ने समन जारी कर पूछताछ के लिए मंगलवार को ईडी दफ्तर बुलाया था. पूर्व में ईडी ने 24 मई को विशाल के कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी. हालांकि छापेमारी के बाद से विशाल से पूछताछ नहीं हुई थी. प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद एजेंसी ने विशाल को तलब किया है. मंगलवार की सुबह विशाल रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित हुआ था. जहां उससे देर शाम तक पूछताछ की गई(ED interrogated Vishal Chaudhary).
सरकारी ठेकों व कामकाज में हस्तक्षेपः विशाल चौधरी के बारे में ईडी को जानकारी मिली थी कि आईएएस अधिकारियों के करीबी होने की वजह से सरकारी ठेकों और कामकाज में भी उसका हस्तक्षेप होता था. विशाल के यहां भी कई आईएएस अधिकारियों का आना जाना था. बताया जाता है कि सरकारी फाइलें भी विशाल के यहां से निपटायी जाती थी.
संबंधों का इस्तेमाल कर हुआ मालामालः विशाल चौधरी ने अपने आईएएस अधिकारियों के साथ संबंधों का इस्तेमाल करते हुए, स्वास्थ्य, स्किल डेवलपमेंट से जुड़े काम किए. कोविड के दौरान उसने स्वास्थ्य विभाग को कोरोना किट की सप्लाई की, जिससे उसने खूब कमाई की. साल 2012 में विशाल ने विनायका फंडामेंटल रिसर्च एंड एजुकेशन सोसयटी की स्थापना की. इसके बाद वह स्किल डेवलपमेंट मिशन का पार्टनर बन बैठा. जिसमें उसने विभाग से प्रत्येक साल 3000 युवाओं के स्किल डेवलमेंट का एमओयू किया. इससे पहले 25 मई 2009 को विशाल ने एक कंपनी फ्रंटलाइन प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की थी. इस कंपनी में उसकी पत्नी श्वेता सिंह चौधरी और भाई त्रिवेणी चौधरी निदेशक हैं. इसके अलावे भी उसने कई कंपनियां अपने परिजनों के नाम पर खोली थीं.