रांचीः लॉकडाउन में पाबंदियों से छूट के लिए ई-पास की जरूरत ने ठगों को धोखाधड़ी का नया हथियार दे दिया है. झारखंड की राजधानी रांची में ई-पास बनाने का फर्जीवाड़ा सामने आया है. इसमें ठग स्मार्ट फोन न रखने वाले लोगों को 5 मिनट में ई-पास बनाने का झांसा देकर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं. 60 से 100 रुपये तक लेकर ऐसे लोगों को फर्जी पास थमाए जा रहे हैं. ठगी के इस तरह के मामले में रांची के पुंदाग से एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है. साथ ही पुलिसकर्मियों को ठीक से पास की जांच करने के आदेश दिए गए हैं.
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ऐसे लोग बन रहे शिकार
राजधानी के ग्रामीण इलाकों से आने वाले वैसे लोग जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, वे फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों का शिकार हो रहे हैं. गिरोह के सदस्य 5 मिनट में ई -पास बनाने का झांसा देकर प्रत्येक पास के लिए 60 से लेकर 100 की वसूली कर रहे हैं. कई जगहों पर बकायदा इसे लेकर कागज भी चिपकाए गए हैं.
पुंदाग में एफआईआर
रांची में रविवार को पास बनवाने के नाम पर पैसे ठगने के एक आरोपी राजेंद्र साहू को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है. रांची के सदर एसडीओ और डीटीओ के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है. राजेंद्र साहू व्हाट्सएप के जरिए फर्जी पास लोगों के बीच जारी कर रहा था.
पुलिस की चेतावनी
बात को लेकर आ रहे हैं फर्जीवाड़े के बाद रांची के सीनियर एसपी ने चौक चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों को आदेश दिया है कि वह लोगों के पास को ठीक से चेक करें ताकि फर्जी पास देने वाले गिरोह के पर नकेल कसा जा सके. वहीं पुलिस की तरफ से आम लोगों से अपील की गई है कि वे ऐसे लोगों के चुंगल में ना फंसे और नियमानुसार खुद ही ई-पास के लिए epassjharkhand.nic.in पर अप्लाई करें और ई-पास बनवाएं. चेताया कि अवैध पास लेकर घर से बाहर निकलने पर चेकिंग के समय नुकसान उन्हीं का होगा.