रांची: चिलचिलाती गर्मी के बीच कोरोना ने एसी, कूलर और कोल्ड ड्रिंक्स से लोगों को दूर कर दिया है. हालत यह है कि गर्मी के वक्त आइसक्रीम खाने के शौकीन भी कोरोना के संक्रमण की वजह से परहेज करने लगे हैं. हालांकि मेडिकल साइंस ने ठंड की वजह से कोरोना के संक्रमण बढ़ने की भ्रांति को खारिज करते हुए, पृथ्वी के गर्म होने के बाद हवा के फैलाव के साथ कोरोना वायरस के तेजी से विस्तार को मुख्य वजह बताया है.
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एक तरफ कोरोना संकट, तो दूसरी तरफ चिलचिलाती गर्मी ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है. गर्मी की बढ़ती तपिश के बीच कोरोना की तेज रफ्तार के सामने बेबस लोग हर वो उपाय ढूंढ रहे हैं, जिससे कोरोना संक्रमण से बचे रहें. चिलचिलाती गर्मी के बावजूद लोग कोरोना के भय से एसी, कूलर और कोल्ड ड्रिंक्स से किनारा कर रहे हैं. गर्मी के समय आइसक्रीम खाने के शौकीन भी कोरोना की वजह से इससे परहेज करने लगे हैं. गर्मी का सितम झेलने को मजबूर लोग इसी प्रयास में हैं कि किसी तरह सर्दी, बुखार जैसे कोरोना के तात्कालिक लक्षण से दूर रहा जाए.
कोल्ड ड्रिंक्स बाजार से गायब
राजधानी रांची समेत राज्य में जारी अघोषित लॉकडाउन के कारण जहां फ्रिज, एसी, कूलर की दुकानें बंद हैं, तो गर्मी के दिनों में हर चौक-चौराहे पर बिकने वाली कोल्ड ड्रिंक्स बाजार से गायब है. ना तो ग्राहक हैं और ना ही दुकानों में लगनेवाली वैसी भीड़. हालत यह है कि जिन दुकानदार के पास कोल्ड ड्रिंक्स और आइसक्रीम है भी, वो भी बेकार पड़ी हुई है.
क्या कहते हैं चिकित्सक
राजधानी रांची के जाने-माने चिकित्सक डॉ. विश्वनाथ बनर्जी ने इसे खारिज करते हुए कहा है कि ठंड से परहेज करने से कोरोना को रोका नहीं जा सकता. यह एक वायरल इंफेक्शन है, जो सिर्फ सोशल डिस्टेसिंग, मास्क और सेनेटाइजेशन से रोका जा सकता है. इस वायरस का मौसम के साथ कोई कनेक्शन नहीं है. उन्होंने कहा कि गर्मी में इस वायरस का स्प्रैड ज्यादा होगा. पृथ्वी जैसे जैसे गर्म होगी और हवा चलेगी वैसे ही वायरस का फैलाव और अधिक होगा. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि दूसरी लहर अत्यधिक खतरनाक हो रही है.