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सर्दी में बरतें सावधानी: ठंड में बढ़ जाता है गंभीर बीमारियों का खतरा, ऐसे रखें अपने शरीर का ख्याल

सर्दी का प्रकोप शुरू होते ही बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. खांसी बुखार, हाई ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, अस्थमा अर्थराइटिस जैसी बीमारी लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. ऐसे में जरूरत है खास सावधानी बरतने की ताकि बीमारी दूर रहे.

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सर्दी में बरते सावधानी
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Published : Dec 27, 2021, 4:21 PM IST

Updated : Dec 27, 2021, 10:34 PM IST

रांची: सर्दी का मौसम आते ही लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती है. स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से लोगों को दो चार होना पड़ता है. खासकर खांसी बुखार के अलावा, हाई ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, अस्थमा अर्थराइटिस जैसी बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए ये सीजन कई बार खतरनाक साबित होती है. ऐसे में जरूरत होती है सावधानी बरतने की और ऐसे उपाय अपनाने की जिससे बीमारी आपसे दूर रहे.

ये भी पढ़ें- Cold in Jharkhand: किस जिले में दर्ज किया गया झारखंड का न्यूनतम तापमान, अगले पांच दिनों तक कैसा रहेगा मौसम, पढ़ें रिपोर्ट

ठंड में हर्ट अटैक का खतरा

ठंड के मौसम में होने वाली बीमारी को लेकर रिम्स के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजय सिंह बताते हैं ठंड का मौसम बढ़ते ही शरीर में खून की नलियां सिकुड़ जाती हैं. जिस वजह से खून का बहाव शरीर के सभी जगह पर नहीं पहुंच पाता. जिसको लेकर हार्टअटैक, ब्रेनस्ट्रोक, किडनी की समस्या जैसी बीमारियां देखने को मिलती है. इसके अलावा अस्थमा की भी शिकायत ठंड के मौसम में ज्यादा देखने को मिलती है.

ठंड से शरीर में होता है दर्द

रांची में लगातार बढ़ रही ठंड को देखते हुए डॉ संजय सिंह ने बताया कि ठंड की वजह से मांसपेशियां सिकुड़ जाती है जिससे शरीर में दर्द की भी शिकायत बढ़ने की संभावना होती है. वहीं रांची के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ सुरेंद्र बताते हैं कि पिछले तीन-चार दिनों से लगातार बढ़ रही ठंड के कारण लकवा के मरीज बढ़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसका मुख्य कारण यह है कि गिर रहे तापमान में मनुष्य की धमनिया सिकुड़ने लगती है जिस वजह से रक्त का प्रवाह शरीर के विभिन्न हिस्सों में अच्छे से नहीं हो पाता है. जिससे माइग्रेन की भी समस्या बढ़ सकती है. इसीलिए जरूरी है कि शरीर के तापमान को बैलेंस रखने के लिए लोग गर्म कपड़े पहने और आग का ताप जरूर लें जिससे शरीर का तापमान मेनटेन रह सके.

बुजर्गों के लिए बढ़ जाती है मुश्किल

ठंड के मौसम में बुजुर्गों और ज्यादा उम्र के लोगों में हड्डी के दर्द की शिकायत भी देखने को मिलती है. इसको लेकर वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक डॉक्टर एलबी मांझी बताते हैं कि सर्दियों में अक्सर लोगों को हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या सताने लगती है. खास करके अर्थराइटिस के मरीजों में यह दिक्कत ज्यादा देखने को मिलती है. जो लोग 60 या 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं उन्हें ठंड से बहुत ज्यादा बचने की आवश्यकता है. डॉ एलबी मांझी ने लोगों को सुझाव देते हुए कहा कि ठंड के मौसम में अर्थराइटिस के मरीज मॉर्निंग वॉक से परहेज करें. अपने शरीर को गर्म रखने के लिए धूप निकलने के बाद ही वॉक पर निकले या फिर ज्यादा से ज्यादा इवनिंग वॉक करें.

सर्जरी वाले मरीज रहें सावधान

ठंड के मौसम में सर्जरी कराने वाले मरीजों की समस्या बढ़ जाती है क्योंकि तापमान कम और ज्यादा होने से कई बार लोग सर्दी खांसी और जुकाम के शिकार हो जाते हैं. ऐसे में सर्जरी वाले लोगों की समस्या बढ़ना लाज़मी है. क्योंकि सर्दी खांसी या छींक से कई बार सर्जरी के घाव के फटने का डर बढ़ जाता है. इसलिए जरूरी है कि यदि कोई मरीज ठंड के मौसम में अपना ऑपरेशन करवाते हैं तो उन्हें अपने शरीर का ख्याल रखना पड़ेगा ताकि सर्जरी किए गए हिस्से पर कोई प्रभाव ना पड़े.

त्वचा का रखें ख्याल

ठंड के मौसम में लोगों में चर्म रोग की भी समस्या बढ़ जाती है. चर्म विशेषज्ञ डॉ प्रभात कुमार बताते हैं कि ठंड का मौसम आते ही ओंठो का सूखना, शरीर के चमड़े का रुखा होना यह सब आम बातें हैं. इसके लिए मरीज को तुरंत ही नजदीकी चिकित्सकों से सलाह लेनी चाहिए ताकि संक्रमित हुए भागों की स्किन को तुरंत सही किया जा सके साथ ही उन्होंने मरीजों को सुझाव देते हुए कहा कि जिन्हें भी एलर्जी की शिकायत है वह सर्दी के मौसम में ठंड से खुद का बचाव अवश्य करें.

रांची में कड़ाके की ठंड

गौरतलब है कि राजधानी रांची में पिछले कई दिनों से पारा गिरता जा रहा है. रविवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से भी कम देखा गया. जिससे लोगों का सड़क पर निकलना भी दुर्लभ हो रहा था. तापमान गिरने की वजह से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. इसीलिए चिकित्सकों ने मरीजों के लिए सुझाव देते हुए कहा है कि ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े आग और धूप का सेवन अवश्य करें. इसके अलावा खानपान पर भी विशेष ध्यान दें ताकि ज्यादा उम्र और विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लोगों को बचाया जा सके.

रांची: सर्दी का मौसम आते ही लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती है. स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से लोगों को दो चार होना पड़ता है. खासकर खांसी बुखार के अलावा, हाई ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, अस्थमा अर्थराइटिस जैसी बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए ये सीजन कई बार खतरनाक साबित होती है. ऐसे में जरूरत होती है सावधानी बरतने की और ऐसे उपाय अपनाने की जिससे बीमारी आपसे दूर रहे.

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ठंड में हर्ट अटैक का खतरा

ठंड के मौसम में होने वाली बीमारी को लेकर रिम्स के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजय सिंह बताते हैं ठंड का मौसम बढ़ते ही शरीर में खून की नलियां सिकुड़ जाती हैं. जिस वजह से खून का बहाव शरीर के सभी जगह पर नहीं पहुंच पाता. जिसको लेकर हार्टअटैक, ब्रेनस्ट्रोक, किडनी की समस्या जैसी बीमारियां देखने को मिलती है. इसके अलावा अस्थमा की भी शिकायत ठंड के मौसम में ज्यादा देखने को मिलती है.

ठंड से शरीर में होता है दर्द

रांची में लगातार बढ़ रही ठंड को देखते हुए डॉ संजय सिंह ने बताया कि ठंड की वजह से मांसपेशियां सिकुड़ जाती है जिससे शरीर में दर्द की भी शिकायत बढ़ने की संभावना होती है. वहीं रांची के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ सुरेंद्र बताते हैं कि पिछले तीन-चार दिनों से लगातार बढ़ रही ठंड के कारण लकवा के मरीज बढ़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसका मुख्य कारण यह है कि गिर रहे तापमान में मनुष्य की धमनिया सिकुड़ने लगती है जिस वजह से रक्त का प्रवाह शरीर के विभिन्न हिस्सों में अच्छे से नहीं हो पाता है. जिससे माइग्रेन की भी समस्या बढ़ सकती है. इसीलिए जरूरी है कि शरीर के तापमान को बैलेंस रखने के लिए लोग गर्म कपड़े पहने और आग का ताप जरूर लें जिससे शरीर का तापमान मेनटेन रह सके.

बुजर्गों के लिए बढ़ जाती है मुश्किल

ठंड के मौसम में बुजुर्गों और ज्यादा उम्र के लोगों में हड्डी के दर्द की शिकायत भी देखने को मिलती है. इसको लेकर वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक डॉक्टर एलबी मांझी बताते हैं कि सर्दियों में अक्सर लोगों को हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या सताने लगती है. खास करके अर्थराइटिस के मरीजों में यह दिक्कत ज्यादा देखने को मिलती है. जो लोग 60 या 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं उन्हें ठंड से बहुत ज्यादा बचने की आवश्यकता है. डॉ एलबी मांझी ने लोगों को सुझाव देते हुए कहा कि ठंड के मौसम में अर्थराइटिस के मरीज मॉर्निंग वॉक से परहेज करें. अपने शरीर को गर्म रखने के लिए धूप निकलने के बाद ही वॉक पर निकले या फिर ज्यादा से ज्यादा इवनिंग वॉक करें.

सर्जरी वाले मरीज रहें सावधान

ठंड के मौसम में सर्जरी कराने वाले मरीजों की समस्या बढ़ जाती है क्योंकि तापमान कम और ज्यादा होने से कई बार लोग सर्दी खांसी और जुकाम के शिकार हो जाते हैं. ऐसे में सर्जरी वाले लोगों की समस्या बढ़ना लाज़मी है. क्योंकि सर्दी खांसी या छींक से कई बार सर्जरी के घाव के फटने का डर बढ़ जाता है. इसलिए जरूरी है कि यदि कोई मरीज ठंड के मौसम में अपना ऑपरेशन करवाते हैं तो उन्हें अपने शरीर का ख्याल रखना पड़ेगा ताकि सर्जरी किए गए हिस्से पर कोई प्रभाव ना पड़े.

त्वचा का रखें ख्याल

ठंड के मौसम में लोगों में चर्म रोग की भी समस्या बढ़ जाती है. चर्म विशेषज्ञ डॉ प्रभात कुमार बताते हैं कि ठंड का मौसम आते ही ओंठो का सूखना, शरीर के चमड़े का रुखा होना यह सब आम बातें हैं. इसके लिए मरीज को तुरंत ही नजदीकी चिकित्सकों से सलाह लेनी चाहिए ताकि संक्रमित हुए भागों की स्किन को तुरंत सही किया जा सके साथ ही उन्होंने मरीजों को सुझाव देते हुए कहा कि जिन्हें भी एलर्जी की शिकायत है वह सर्दी के मौसम में ठंड से खुद का बचाव अवश्य करें.

रांची में कड़ाके की ठंड

गौरतलब है कि राजधानी रांची में पिछले कई दिनों से पारा गिरता जा रहा है. रविवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से भी कम देखा गया. जिससे लोगों का सड़क पर निकलना भी दुर्लभ हो रहा था. तापमान गिरने की वजह से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. इसीलिए चिकित्सकों ने मरीजों के लिए सुझाव देते हुए कहा है कि ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े आग और धूप का सेवन अवश्य करें. इसके अलावा खानपान पर भी विशेष ध्यान दें ताकि ज्यादा उम्र और विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लोगों को बचाया जा सके.

Last Updated : Dec 27, 2021, 10:34 PM IST
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