रांची: झारखंड के खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया के 15 लाख का इनामी नक्सली जीदन गुड़िया मारा गया. मारे गए जीदन के पास से एके 47 रायफल और गोलियां बरामद की गई है. इस दौरान डीजीपी एमवी राव ने उग्रवादियों को चेतावनी दी और कहा कि आत्मसमर्पण या फिर मुठभेड़ के लिए तैयार रहें.
आतंक का दूसरा नाम झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने बताया कि वह पीएलएफआई को नक्सली संगठन नहीं मानते हैं. डीजीपी के अनुसार यह एक आपराधिक संगठन है, जो अपराधियों की तरह का घटनाओं को अंजाम देता है और इनका कोई भी सिद्धांत नहीं है. डीजीपी ने बताया कि हाल में ही जीदन गुड़िया के इनामी पोस्टर को गांव-गांव में जारी किया गया था. इसका फायदा मिला. जिसके बाद पुलिस वालों ने उसकी खोज में ऑपरेशन चलाया. पुलिस को देखते ही जीदन और उसके साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया.
पुलिस ने किया बेहतर काम डीजीपी ने बताया कि खूंटी पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने बहुत ही बेहतर काम किया है और एक उग्रवादी को मार गिराया है. गुड़िया पर 15 लाख का इनाम था और वह इनाम मुठभेड़ में शामिल अधिकारियों और जवानों के बीच बांटा जाएगा.
संगठन में दूसरा स्थान पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के बाद संगठन में जीदन का दूसरा स्थान था. खूंटी, रांची, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, हजारीबाग, चाईबासा जिले में वह आतंक का पर्याय था. उसकी मौत से संगठन को बड़ा झटका लगा है. वहीं, पुलिस के लिए यह बड़ी कामयाबी है. जीदन पर हत्या, अपहरण, लेवी, रंगदारी के कई मामले दर्ज थे.
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डीजीपी ने दी चेतावनी करें आत्मसमर्पण
जीदन गुड़िया के मारे जाने के बाद डीजीपी एमवी राव ने पीएलएफआई संगठन के बचे दूसरे उग्रवादियों को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि वह जल्द से जल्द पुलिस के सामने हथियार डाल दें नहीं तो उनका भी हाल जीदन के जैसा ही होगा.