रांची: झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा (DGP Neeraj Sinha) बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ मीटिंग कर अपराधिक और नक्सल कांडों की समीक्षा करेंगे. इस दौरान झारखंड के सभी जिलों में लंबित कांड, वारंट समेत विधि व्यवस्था से जुड़े दूसरे पहलुओं की समीक्षा भी डीजीपी करेंगे.
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डीजीपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के एसपी और जोनल डीआईजी के साथ बुधवार को दिन में 11:00 बजे से समीक्षा बैठक करेंगे. इसके लिए सभी पुलिस अधीक्षकों को पहले ही जानकारी दी गई थी. साथ ही उन्हें अपने-अपने जिलों के लंबित कांड, वारंट का डाटा तैयार कर मीटिंग में रखने को कहा गया है.
नक्सल अभियान को लेकर बन सकती है रणनीति
बैठक के दौरान नक्सल गतिविधियों और अभियान को लेकर भी चर्चा होगी. नक्सल प्रभाव वाले जिलों में नक्सल अभियान की रणनीति और अभियान की समीक्षा भी डीजीपी के करेंगे. झारखंड के कई नक्सल प्रभावित जिलों में हाल के दिनों में कई वारदातें हुई हैं. खासकर लातेहार में दोयम दर्जे के उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के द्वारा एक डिप्टी कमांडेंट की हत्या मामले की में भी रिपोर्ट जिले के एसपी से ली जाएगी. जेजेएमपी के हमले में डिप्टी कमांडेंट शहीद हो गए थे. इसके अलावा ट्राई जंक्शन पर भी नक्सलियों के मूवमेंट की सूचना पुलिस को मिली है. इन सब मामले में किस तरह का अभियान चल रहा है, या फिर कैसे अभियान चलाए जाएंगे, हर मामले की समीक्षा डीजीपी करेंगे.
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संगठित अपराध बना पुलिस के लिए चुनौती
बैठक के दौरान संगठित आपराधिक गिरोह की गतिविधियों को लेकर भी चर्चा होगी. हाल के दिनों में कोयला उत्खनन वाले जिलों में अमन साव और सुजीत सिन्हा गैंग की गतिविधियां बढ़ी है. गिरोह ने हाल में पलामू में रेलवे कंस्ट्रक्शन का काम करने वाली कंपनी के साइट पर भी फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था. दोनों आपराधिक गिरोह के द्वारा रांची, चतरा, हजारीबाग, धनबाद, लातेहार, पलामू में कई लोगों को धमकी भरे मैसेज तक भेजे गए हैं. संगठित अपराध के खिलाफ जिला पुलिस के कामकाज की भी समीक्षा होगी.