रांचीः झारखंड पुलिस मुख्यालय में डीजीपी नीरज सिन्हा की अध्यक्षता में कानून व्यवस्था को लेकर बैठक (Meeting Regarding Law and Order of Jharkhand) आयोजित की गई. इस बैठक में सभी जिलों के एसपी, आईजी, रेंज डीआईजी और वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ साथ एडीजी मुख्यालय, एडीजी अभियान, आईजी अभियान, आईजी स्पेशल ब्रांच, आईजी सीआईडी आदि वरीय अधिकारी मौजूद रहे. इस बैठक में अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की योजना बनाई गई है.
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सीआईडी आईजी असीम विक्रांत मिंज ने समीक्षा बैठक के दौरान राज्यभर की आपराधिक परिद़ृश्य पर विस्तृत प्रतिवेदन दिया. सीआईडी के अधिकारियों द्वारा अनुसंधानित कांडों की जांच, लंबित वारंट और कुर्की के निष्पादन में हो रहे विलंब और कठिनाईयों को दूर करने का निर्देश सभी एसपी को दिए गए. राज्य में विधि-व्यवस्था से संबंधित मुद्दे और उनके निराकरण को लेकर की जाने वाली कार्रवाई पर विस्तृत चर्चा की गई. पुलिस मुख्यालय से आवश्यक सहायता के संबंध में प्रस्तुत किए गए ठोस प्रस्तावों की भी समीक्षा की गई.
मीटिंग को लेकर आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि जिन अपराधियों के खिलाफ चार्जशीट दायर हो चुकी हैं. उनके ट्रायल की मॉनिटरिंग का निर्देश सभी एसपी को दिया गया है. एसपी को निर्देश दिया गया है कि स्पीडी ट्रायल के जरिये अपराधियों को शीघ्र सजा दिलाये. बैठक में सीआईडी आईजी ने कांडों की समीक्षा पर विस्तृत रिपोर्ट दी.
एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज कांडों की संख्या और गिरफ्तारी से संबंधित जानकारी ली. साथ ही नशे के कारोबार पर ब्रेक लगाने की हिदायत सभी पुलिस अधीक्षकों को दी है. मीटिंग में अवैध खनिज के कारोबार पर रोक के लिए क्या-क्या कार्रवाई की जा रही है. अब तक कितनी गिरफ्तारी की गई और कितने वाहन जब्त किए गए. इसकी जानकारी भी डीजीपी ने ली है. डीजीपी ने निर्देश दिया कि राज्य में किसी भी हाल में अवैध कोयले का कारोबार नहीं होना चाहिए.
महिलाओं के विरुद्ध हुए दुष्कर्म के मामले, पोक्सो अधिनियम के तहत दर्ज मामले और महिला उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार किए गए अपराधियों की सजा दिलाने को लेकर पुलिस क्या कर रही है. इसकी विस्तृत जानकारी डीजीपी को दी गई. डीजीपी ने इस संबंध में निर्देश दिया है कि गिरफ्तार अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने को लेकर कार्रवाई सुनिश्चित करें.
झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि बड़े आपराधिक गैंग, अपराधियों व उनके मॉड्स को चिन्हित कर बड़े कार्रवाई की योजना बनाई गई है. इसके साथ ही राज्य में हत्या, रंगदारी, डकैती, अपहरण, दुष्कर्म के मामलों और इन मामलों के अनुसंधान की समीक्षा की गई. इसके साथ ही अलग अलग जिलों में किस किस तरह के अपराध हुए हैं और इन अपराधों में किन किन की संलिप्तता है. इससे संबंधित रिपोर्ट पर विस्तार से चर्चा की गई.