रांचीः केंद्र सरकार ने झारखंड के 10 जिलों को सूखाग्रस्त कर किसानों को बड़ी राहत दी है. केंद्र सरकार के इस फैसले से लगभग 12 लाख किसानों को राहत मिलेगी. केंद्र सरकार ने झारखंड के 10 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया है, किसानों की माने तो झारखंड के अन्य जिलों को भी सर्वेक्षण कर सूखाग्रस्त श्रेणी में डालना चाहिए.
दरअसल, राजधानी के कई ऐसे इलाके हैं जहां बारिश काफी कम हुई है. उन स्थानों का भी सर्वे करके चिन्हित कर सूखाग्रस्त घोषित करना चाहिए. रातू और कांके प्रखंड में काफी कम बारिश हुई. जिस कारण धान की फसलें काफी प्रभावित हुई हैं. ऐसे में उन इलाकों का सर्वे करके भी सूखाग्रस्त श्रेणी में रखना चाहिए. वहीं राज्य सरकार से उम्मीद है कि अन्य 3 जिलों को शामिल किया जाएगा. उसमें रांची को भी शामिल किया जाएगा.
वहीं, किसानों का कहना है कि रांची के तीन डैम के फाटक अब तक नहीं खुले हैं, तो ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि रांची में कितनी बारिश हुई है. तत्काल सर्वे कर रांची जिला को भी सूखाग्रस्त जिले की श्रेणी में डाला जाए.
इन जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया जा सकता है
किसनों का मानना है कि बोकारो को सबसे पहले सूखाग्रस्त जिला घोषित किया जाना चाहिए. इसके साथ ही चतरा, देवघर, गढ़वा, गिरिडीह, गोड्डा, हजारीबाग, जामताड़ा, कोडरमा और पाकुड़ जिले को मध्यम श्रेणी के सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. केंद्र सरकार के द्वारा सुखा ग्रसित किए जाने पर किसानों को काफी राहत मिलेगी. इससे किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा.
केंद्र सरकार मामले पर कर रही विचार
राज्य सरकार की ओर से अन्य जिलों को भी सूखा ग्रसित करने की मांग की गई है. जिन जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई हो. वहीं सरकार ने झारखंड के और 3 जिलों को सूखाग्रस्त करने की मांग पर केंद्र सरकार विचार कर रही है.