ETV Bharat / city

सीएम से मिला केजीवीकर्मियों का प्रतिनिधिमंडल, नियोजन और वेतन वृद्धि की रखी मांग - कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की खबरें

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में काम कर रहे कर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. इस दौरान कस्तूरबा गांधी विद्यालयकर्मियों के संघ की अध्यक्ष रोहिणी प्रसाद ने कहा कि विद्यालयों में लगभग 800 कर्मी ऐसे हैं जो पिछले डेढ़ दशक से कॉन्ट्रैक्ट पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, उन्हें स्थायी करना चाहिए.

Delegation of KGV workers met CM hemant soren in ranchi, news of KGV in ranchi, news of CM hemant soren, सीएम से मिला केजीवीकर्मियों का प्रतिनिधिमंडल, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की खबरें, सीएम हेमंत सोरेन की खबरें
सीएम हेमंत सोरेन
author img

By

Published : Jul 1, 2020, 4:55 PM IST

रांची: राज्य के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में काम कर रहे कर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. राजधानी के धुर्वा स्थित प्रोजेक्ट बिल्डिंग में हुई इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने अपनी सेवा स्थायीकरण और वेतन वृद्धि की मांग रखी.

देखें पूरी खबर

डेढ़ दशक से कॉन्ट्रैक्ट पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं

इस बाबत कस्तूरबा गांधी विद्यालयकर्मियों के संघ की अध्यक्ष रोहिणी प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के गांव में तैनात लगभग 65000 पारा टीचर की नियुक्ति कंफर्म करने जा रही है. दूसरी तरफ कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में लगभग 800 कर्मी ऐसे हैं जो पिछले डेढ़ दशक से कॉन्ट्रैक्ट पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

ये भी पढ़ें- सिंचाई और पेयजल आपूर्ति करने वाले जलाशय का हो रहा अतिक्रमण, भू-माफिया सक्रिय


800 में 500 टीचिंग स्टाफ
उन 800 कर्मियों में 500 टीचिंग स्टाफ हैं. उन्होंने कहा कि यह वैसे कर्मी हैं जो 24 घंटा विद्यालय में रहकर वहां पढ़ रही 80000 छात्राओं की देखरेख कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया कि शिक्षा विभाग में अनुबंध पर काम कर रहे कर्मियों की वेतन वृद्धि की गई है, लेकिन उनके मामले में कोई कदम नहीं उठाया गया है. अध्यक्ष रोहिणी प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार को इस बाबत भी गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए. दरअसल, राज्य में 200 से अधिक कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय हैं, जहां लड़कियों की पढ़ाई की व्यवस्था है. उन विद्यालयों में 12वीं तक की पढ़ाई होती है.

रांची: राज्य के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में काम कर रहे कर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. राजधानी के धुर्वा स्थित प्रोजेक्ट बिल्डिंग में हुई इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने अपनी सेवा स्थायीकरण और वेतन वृद्धि की मांग रखी.

देखें पूरी खबर

डेढ़ दशक से कॉन्ट्रैक्ट पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं

इस बाबत कस्तूरबा गांधी विद्यालयकर्मियों के संघ की अध्यक्ष रोहिणी प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के गांव में तैनात लगभग 65000 पारा टीचर की नियुक्ति कंफर्म करने जा रही है. दूसरी तरफ कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में लगभग 800 कर्मी ऐसे हैं जो पिछले डेढ़ दशक से कॉन्ट्रैक्ट पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

ये भी पढ़ें- सिंचाई और पेयजल आपूर्ति करने वाले जलाशय का हो रहा अतिक्रमण, भू-माफिया सक्रिय


800 में 500 टीचिंग स्टाफ
उन 800 कर्मियों में 500 टीचिंग स्टाफ हैं. उन्होंने कहा कि यह वैसे कर्मी हैं जो 24 घंटा विद्यालय में रहकर वहां पढ़ रही 80000 छात्राओं की देखरेख कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया कि शिक्षा विभाग में अनुबंध पर काम कर रहे कर्मियों की वेतन वृद्धि की गई है, लेकिन उनके मामले में कोई कदम नहीं उठाया गया है. अध्यक्ष रोहिणी प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार को इस बाबत भी गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए. दरअसल, राज्य में 200 से अधिक कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय हैं, जहां लड़कियों की पढ़ाई की व्यवस्था है. उन विद्यालयों में 12वीं तक की पढ़ाई होती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.