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इलाज के दौरान रिम्स में कैदी की मौत, हत्या के मामले में गया था जेल - दीपक लकड़ा

रिम्स में इलाज के दौरान कैदी दीपक लकड़ा उर्फ बूचन की मौत हो गयी है. उस पर अरुण किस्पोट्टा नाम के शख्स की हत्या का आरोप था. इसके पहले भी उस पर हत्या का एक केस चल रहा था.

रिम्स में कैदी की मौत
रिम्स में कैदी की मौत
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Published : Nov 1, 2021, 7:24 PM IST

रांचीः रिम्स में इलाज के दौरान 50 वर्षीय कैदी दीपक लकड़ा उर्फ बूचन की मौत हो गयी है. मृतक के पुत्र अंकित ने बताया कि किडनी में समस्या होने के कारण उसे 1 अक्टूबर को रिम्स में भर्ती किया था. यहां मेडिसिन विभाग की आइसीईयू में डॉ संजय कुमार सिंह उनका इलाज कर रहे थे. स्थिति गंभीर होने के बाद उन्हें न्यू ट्रॉमा सेंटर में 20 अक्टूबर को भर्ती किया गया और यहां डॉ पीके भट्टाचार्य उसका इलाज कर रहे थे.

ये भी पढ़ें- रांची में विचाराधीन कैदी की मौत, परिजनों ने किया हंगामा



हत्या के 2 केस में आरोपी था दीपक
मृतक के पुत्र अंकित ने बताया कि कि 28 दिसंबर 2018 को डोरंडा थाना में केस दर्ज कर दीपक लकड़ा को जेल भेजा गया था. बाद में दीपक को जमानत मिल गई थी. इसके दस दिन के बाद 8 जनवरी 2019 में डोरंडा थाना क्षेत्र में हत्या का एक और मामला दर्ज किया गया. बड़ाघघरा की खुशबू टोली की रहने वाली पिंकी किस्पोट्टा ने अपने पति अरुण किस्पोट्टा की हत्या का आरोप दीपक लकड़ा पर लगाया था.

अंकित के अनुसार उसरे पिता पर गलत आरोप लगाया गया. जिस दिन पिंकी के पति अरुण किस्पोट्टा की हत्या हुई, उस दिन दीपक कचहरी गए हुए थे. अंकित ने कहा कि एक सुनियोजित ढंग से उनके पिता को फंसाया गया है. इसी बीच पिता के बीमार होने पर किडनी में समस्या का पता चला और फिर इलाज के दौरान मौत हो गई.

रांचीः रिम्स में इलाज के दौरान 50 वर्षीय कैदी दीपक लकड़ा उर्फ बूचन की मौत हो गयी है. मृतक के पुत्र अंकित ने बताया कि किडनी में समस्या होने के कारण उसे 1 अक्टूबर को रिम्स में भर्ती किया था. यहां मेडिसिन विभाग की आइसीईयू में डॉ संजय कुमार सिंह उनका इलाज कर रहे थे. स्थिति गंभीर होने के बाद उन्हें न्यू ट्रॉमा सेंटर में 20 अक्टूबर को भर्ती किया गया और यहां डॉ पीके भट्टाचार्य उसका इलाज कर रहे थे.

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हत्या के 2 केस में आरोपी था दीपक
मृतक के पुत्र अंकित ने बताया कि कि 28 दिसंबर 2018 को डोरंडा थाना में केस दर्ज कर दीपक लकड़ा को जेल भेजा गया था. बाद में दीपक को जमानत मिल गई थी. इसके दस दिन के बाद 8 जनवरी 2019 में डोरंडा थाना क्षेत्र में हत्या का एक और मामला दर्ज किया गया. बड़ाघघरा की खुशबू टोली की रहने वाली पिंकी किस्पोट्टा ने अपने पति अरुण किस्पोट्टा की हत्या का आरोप दीपक लकड़ा पर लगाया था.

अंकित के अनुसार उसरे पिता पर गलत आरोप लगाया गया. जिस दिन पिंकी के पति अरुण किस्पोट्टा की हत्या हुई, उस दिन दीपक कचहरी गए हुए थे. अंकित ने कहा कि एक सुनियोजित ढंग से उनके पिता को फंसाया गया है. इसी बीच पिता के बीमार होने पर किडनी में समस्या का पता चला और फिर इलाज के दौरान मौत हो गई.

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