रांची: झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में बंगाल से बड़े पैमाने पर गोवंश की तस्करी की जा रही है. बीएसएफ के आईजी एसएस बड़ोदिया ने इस संबंध में कार्रवाई के लिए झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे को एक पत्र लिखा है. पत्र में बीएसएफ आईजी ने डीजीपी कमल नयन चौबे को यह याद भी दिलाया है कि जब वे खुद आईजी बीएसएफ थे. तब उन्होंने पशु तस्करों के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई की थी.
क्या है पत्र में
पत्र के जरिए यह बताया गया है कि झारखंड से साउथ बंगाल नजदीकी इलाके में बड़े पैमाने पर ट्रकों में पशुओं को भरकर भेजा जा रहा है. झारखंड के रास्ते मालदा, मुर्शिदाबाद, नदिया और उत्तर 24 परगना में ट्रक पर लोड कर पशु ले जाते हैं. यह वही रास्ता है जिसका प्रयोग नकली नोट के कारोबारी भी करते हैं. बीएसएफ के आईजी ने डीजीपी से निवेदन किया है कि वह झारखंड से पशुओं की तस्करी को रोकें और इसके लिए उचित कार्रवाई करें.
बीएसएफ आईजी रहते किए थे कई कार्रवाई
झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे बीएसएफ में आईजी के पद पर भी रह चुके हैं. बीएसएफ में आईजी रहने के दौरान कमल नयन चौबे ने पशु तस्करों के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी कमर तोड़ दी थी. पत्र में यह जिक्र है कि एक बार कमल नयन चौबे की टीम ने एक बार में 400 से अधिक पशु लदे ट्रक को पकड़ा था.
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कार्रवाई की मांग
बीएसएफ आईजी के पद पर जब तक कमल नयन चौबे थे, उस दौरान पशु तस्करों में आतंक फैला हुआ था. कमल नयन चौबे अब झारखंड के डीजीपी हैं और झारखंड से ही सबसे अधिक पशुओं की तस्करी की जा रही है. इसे लेकर बीएसएफ आईजी चाहते हैं कि कमल नयन चौबे झारखंड में भी पशु तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.