रांचीः राजधानी के हिंदपीढ़ी के बाद अब शहर के कांटा टोली इलाके तक भी कोरोना का संक्रमण पहुंच चुका है. कांटा टोली नेताजी नगर के बंगाली मोहल्ला में कोरोना वायरस पहला केस सामने आया है. बंगाली मोहल्ला रोड नंबर 4 में पैथोलॉजी में काम करने वाले एक युवक में कोरोना का संक्रमण मिला है. इसके संक्रमण की जानकारी मिलने के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गया.
कोरोना पॉजिटिव की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हुई और तुरंत बंगाली मोहल्ला को सील कर दिया गया. बंगाली मोहल्ला के दो प्रवेश मार्गों को पूरी तरह से सील करते हुए वहां पुलिस का पहरा लगा दिया गया है. उस गली से लोगों के निकलने और घुसने पर पाबंदी लगा दी गई है. साथ ही उस पूरे मोहल्ले में लोगों को फिलहाल होम क्वॉरेंटाइन रहने की सलाह दी गई है. जाहिर है हिंदपीढ़ी के बाद कांटाटोली का नेताजी नगर का इलाका कोरोना कंटेनमेंट जोन बनने के बाद पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बढ़ गया है. अब सोच खंगालना और संक्रमित की तलाश कर पाना मुश्किल होगा. हालांकि पुलिस अब हालांकि प्रशासन अब नेताजी नगर में अब डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराएगी.
बंगाल से लौटा था रांची
कोरोना संक्रमित पाया गया युवक अपने पिता के साथ श्राद्धकर्म में शामिल होने पश्चिम बंगाल गया हुआ था. वहां से बीते 10 अप्रैल को वह रांची वापस लौटा था. रांची लौटने के बाद उसमें कोरोना के लक्षण दिखाई देने लगे. यह महसूस करते हुए उसने अपना सैंपलिंग कराई. इसके बाद कोरोना पॉजिटिव पाया गया. पुलिस ने कोरोना संक्रमित युवक और उसके साथ रहने वाले भाई को आइसोलेशन के लिए रिम्स के कोविड-19 वार्ड भेज दिया है. अब पुलिस इसके संपर्क में आने वालों की तलाश कर रही है.
पैथोलॉजी से बड़े पैमाने पर संक्रमण फैलने की आशंका
जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमित पाया गया युवक पैथोलॉजी का संचालक है. उसके पैथोलॉजी में हर दिन 40 से 50 सैंपल की जांच होती है. इन सैम्पलों में 10 से 20 लोग पैथोलॉजी आकर जांच कराते हैं, जबकि कई कंपाउंडर और एजेंट के माध्यम से सैंपल लैब तक पहुंचाया जाता है. इससे आशंका है कि इनके संपर्क में आने वाले सैकड़ों लोग संक्रमित हुए होंगे. इनमें ब्लड टेस्ट कराने वाले और सैंपल देने वाले कंपाउंडर एजेंट शामिल हो सकते हैं. पुलिस प्रशासन इनकी कौंटेक्ट हिस्ट्री खंगाल रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि बीते 10 अप्रैल से लेकर अब तक कितने ब्लड सैंपलों का टेस्ट किया. कितने लोग इनके पैथोलॉजी तक पहुंचे और कितने सैंपल लेने या पहुंचाने के लिए इनके पास आए हैं.
कोकर, नामकुम, चुटिया सहित कई इलाकों से पहुंचते थे लैब में
कोरोना संक्रमित पाए गए युवक के पैथोलॉजी लैब में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे. कोकर, नामकुम, चुटिया, कांटाटोली, गढ़ाटोली, शांतिनगर सहित अलग-अलग मोहल्ले से लोग ब्लड टेस्ट कराने के लिए पैथोलॉजी लैब जाया करते थे. इससे इन सभी मोहल्लों में संक्रमण का खतरा फैल गया है. इन इलाकों में संक्रमण फैलने से व्यापक पैमाने पर कोरोना वायरस फैलने का खतरा बना है.