रांचीः राज्य के खेल स्टेडियम, खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षण केंद्रों के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश पर खेल विभाग की ओर से एक गाइडलाइन जारी की गई है. इस गाइडलाइन के तहत राज्य के विभिन्न खेल प्रशिक्षण केंद्र भी अपने-अपने स्तर पर तैयारी कर रहे हैं. अब धीरे-धीरे विभिन्न खेल आयोजन की शुरुआत स्टेडियम में भी होगी. हालांकि स्टेडियम की हालत फिलहाल सही नहीं है उसे दुरुस्त करने की भी जरूरत है.
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विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ कोरोना वायरस का व्यापक असर खेल जगत पर भी पड़ा है. पिछले डेढ़ वर्षों से खेल प्रशिक्षण केंद्र और स्टेडियम बंद पड़े हैं. रखरखाव की कमी के कारण स्टेडियम की हालत खराब हो चुकी है. वहीं खेल प्रशिक्षण केंद्रों में भी स्थिति सही नहीं है. राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश पर खेल विभाग की ओर से खेल प्रशिक्षण केंद्र स्टेडियम और खिलाड़ियों के साथ-साथ खेल प्रशिक्षकों के लिए एक गाइडलाइन जारी कर दी गई है. लेकिन उस गाइडलाइन के तहत खेल प्रशिक्षक, खेल प्रशिक्षण केंद्रों को एकाएक खोलने में फिलहाल असमर्थ है. हालांकि धीरे-धीरे चीजें सामान्य हो रही हैं. स्टेडियम का मेंटेनेंस का काम शुरू कर दिया गया है तो दूसरी और खेल प्रशिक्षण केंद्रों में डे बोर्डिंग सेंटर और आवासीय खेल प्रशिक्षण केंद्रों में खिलाड़ियों की आवाजाही भी शुरू हो चुकी है.
अनलॉक के तहत छूट मिलने के बाद ग्यारहवीं हॉकी इंडिया जूनियर महिला चैंपियनशिप 2021 का आयोजन सिमडेगा में करने की तैयारी है. इसे लेकर राज्य सरकार के खेल विभाग और हॉकी झारखंड की ओर से पूरी तैयारी भी की जा रही है.
कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर बंद थे स्टेडियम
कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र, स्टेडियम बंद कर दिया गया था. अब कोरोना संक्रमण राज्य में नियंत्रण में है. खेल प्रशिक्षण केंद्र और स्टेडियम धीरे-धीरे खोले जा रहे हैं. एक एसओपी के तहत इन खेल प्रशिक्षण केंद्रों को खोला जा रहा है. उस एसओपी का पालन करने के लिए खेल प्रशिक्षण केंद्रों के संचालक तैयार भी हैं. आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से कहा गया है कि खेल निदेशालय की ओर से संचालित विभिन्न खेलों के डे बोर्डिंग प्रशिक्षण केंद्र, आवासीय प्रशिक्षण केंद्र के साथ-साथ झारखंड खेल प्राधिकरण की ओर से संचालित सभी खेल प्रशिक्षण केंद्र समेत राज्य के जितने भी खेल प्रशिक्षण केंद्र और स्टेडियम हैं, वह धीरे-धीरे अब खोले जा सकते हैं.
मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने खेल प्रशासकों से जब बात की तो उन्होंने कहा कि तैयारी पहले से ही है. सरकार की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद और स्थिति अब सुधरेगी. हालांकि खेल स्टेडियम की स्थिति सही नहीं है. उसे धीरे-धीरे सुधारा जा रहा है. डेढ़ वर्षों से खेल प्रशिक्षण केंद्र और स्टेडियम बंद रहने से खिलाड़ियों को कई परेशानियां हुईं. ना तो उन्हें सही से प्रैक्टिस करने का मौका मिला और ना ही खेल विभाग की ओर से उन्हें कोई लाभ ही दिया जा सका. लोग जैसे तैसे अपने घरों में रहकर ही प्रैक्टिस करते रहे. लेकिन अब धीरे-धीरे स्थिति सुधरेगी. दर्शकों के बिना ही सही लेकिन स्टेडियम में अब कई बड़े प्रतियोगिता का आयोजन भी हो सकेगा.
यह है विशेष गाइडलाइन
खेल विभाग द्वारा जारी निर्देश के तहत कहा गया है कि 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के खिलाड़ियों के लिए कोरोना का टीका लेना अनिवार्य है. खेल प्रशिक्षकों और खेल से जुड़े तमाम कर्मचारियों को भी कोरोना वैक्सीन लगाकर ही स्टेडियम या फिर खेल प्रशिक्षण केंद्र आना है. किसी भी खिलाड़ी, खेल प्रशिक्षक या कर्मचारी का तबीयत खराब रहने पर वह स्टेडियम और केंद्र नहीं आएंगे. सर्दी खांसी के सिम्टम्स होने पर तुरंत चिकित्सकों से सलाह लेकर कोविड टेस्ट करवाएंगे.